नारीबारी-कोरावं मुख्य मार्ग स्थित मवैया-गौरा मे दो लेन पुल बनकर तैयार; उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 6 दिसंबर 2020 में किया था भूमि पूजन
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश मध्यप्रदेश की सीमा से सटे प्रयागराज जिले के प्रतापपुर-भारतगंज मार्ग स्थित नारीबारी मबैया टोंस नदी मे 1954 को बना एक्वाडक्ट पुल जर्जर होने से जिला प्रशासन ने लोहे का गार्डर लगाकर भारी वाहनों के आवागमन को पुराने पुल पर प्रतिबंधित कर दिया था। जिसके बाद क्षेत्रिया जनो को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा था। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी,जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती, तत्कालीन बारा विधायक डाँ.अजय कुमार, कोरांव विधायक राजमणि कोल व इलाहाबाद की सासंद प्रो. रीता बहुगुणा जोशी आदि के निरंतर प्रयास से प्रदेश की भाजपा सरकार ने स्वीकृति दी थी। जिसका भूमिपूजन प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 6 दिसंबर 2020 को विधि-विधान से भूमि पूजन अर्चन कर पांच फावड़ा चलाकर शुभारम्भ किया था। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भूमिपूजन के वक्त जनसमुदाय को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य सेतू निगम के अधिकारियों को चेताया था कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। इसके बाद वैश्विक महामारी कोरोना से कुछ कार्य प्रभावित हो गया था। जो अब उत्तर प्रदेश राज्य सेतू निगम द्धारा टोसं नदी में निर्माणाधीन पुल कम्पलीट होने से क्षेत्र वासियों मे खुशी का महौल है।
यह पुल उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश की सीमा क्षेत्र के तीन राष्ट्रीय राजमार्ग प्रयागराज -मिर्जापुर मार्ग,प्रयागराज -रीवां मार्ग,प्रयागराज -बादां के मार्ग सहित दोनो राज्यों के हजारों लोगों के प्रतिदिन यातायात का मुख्य मार्ग है।
अब पुराने एक्वाडक्ट पुल के बगल ही दो लेन का नया पुल बनकर तैयार है। भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार चतुर्वेदी ने चंद शेष पुल के कार्य को पूरा कर जल्द जनता के सुपुर्द करने की मांग राज्य सेतू निगम व शासन-प्रशासन से की है। जिससे क्षेत्रीय लोगों को जल्द से जल्द आवागमन की सुविधाएं प्राप्त हो सकें।
पुराना एक्वाडक्ट पुल मात्र 21 लाख रुपए से 1954 में बनकर हुआ था तैयार
नारीबारी-कोरावं मार्ग के मवैया एक्वाडक्ट पुराने पुल का निर्माण सन् 1952-1954 के बीच मात्र 21लाख के व्यय से हुआ था। इस पुल की खासियत थी की नदी के ऊपर बने पुल पर नहर भी चलती थी, उसके ऊपर यातायात व्यवस्थाएं चल रही थी। अब जिस दो लेन पुल का भूमिपूजन व निर्माण प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया था, भूमिपूजन के समय उसकी लागत लगभग 6256.23 करोड़ रूपए थी।