काव्य गोष्ठी में बही गीत गजल की सरिता
रूपवास : वीरांगना रुपकुंवरि जन सांस्कृतिक मंच की मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन “कमल कुंज” धनीराम कॉलोनी में शिक्षाविद हरीशंकर शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य अतिथि दीनदयाल शर्मा को उनके शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश उपाध्यक्ष पर नियुक्त होने पर काव्य मंच तथा रुपवास संघर्ष समिति के अध्यक्ष हरीशंकर शर्मा द्वारा सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथि राधेश्याम शर्मा दाहिना रहे। अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप-प्रज्ज्वलन कर गोष्ठी का शुभारंभ किया। कवि हेमेंद्र मनु ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। युवा कवि अंकित ने “मैं हूं कवि योद्धा शब्दों के बाण चलाता हूं” कविता पढ़ी। तो कवि देवेश राठौड़ ने भारत भूमि पर ओजस्वी वाणी से कविता पाठ किया। साथ ही हेमेन्द्र मनु ने भी जोशीली कविता सुनाकर गोष्ठी को ऊर्जा प्रदान की। ओज के कवि गोविंद परमार ने “दगाबाज है चीन हमेशा सावधान रहना” सुनाकर देशवासियों को राष्ट्र प्रेम का सन्देश दिया। वहीं कवि मनोज खंडूजा ने “मुझ बिन तुम अधूरी, तुम बिन श्याम है आधा” रचना सुनाई। भक्तकवि द्वारिकाधीश “विरही” ने विभिन्न प्रकार की कुंडलियां सुनाकर वाहवाही लूटी। मंच के संयोजक कवि अज्ञानी दास ज्ञानी ने धर्म को खतरे से आगाह करते हुए “सनातन बचा लो, सनातन बचा लो” रचना सुनाकर एकता का सन्देश दिया, जिनको हरीशंकर शर्मा ने साफा पहनाकर सम्मानित भी किया। गोष्ठी का संचालन करते हुए श्रृंगार के कवि मनोज मधुर ने अनेकों मुक्तकों के साथ “राधा और बांसुरी के संवाद रूप में” अपनी रचना सुनाकर श्रोताओं का मन मोहा।
अन्त में वरिष्ठ कवि गीतम सिंह परमार ने “राह वीरानियों की मिली राग खामोशियों ने दिया” गजल सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए श्री दीन दयाल शर्मा ने “खुशहाल मेरा मन है भारत का हूं सिपाही” रचना सुनाकर खूब तालियां बटोरी। अध्यक्ष के रूप में बोलते हुए हरीशंकर शर्मा ने मंच के नवांकुरों को प्रोत्साहन देने एवम् संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए भरपूर सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। विशिष्ट अतिथि राधेश्याम शर्मा दाहिना ने सभी कवियों एवं आगंतुकों का आभार जताया।
P. D. Sharma