अयोध्या तीर्थ प्रभावना रथ का कुम्हेर में हुआ भव्य मंगल प्रवेश जैन समाज के लोगों ने प्रभावना रथ का पुष्प वर्षा कर किया स्वागत
कुम्हेर। भगवान ऋषभदेव जन्मभूमि अयोध्या तीर्थ प्रभावना रथ का कस्बा कुम्हेर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ। अंकित जैन ने बताया कि कुम्हेर कस्बे में तीर्थ प्रभावना रथ का जैन समाज की ओर से भव्य स्वागत सम्मान किया गया।सीतल जैन ने बताया कि जैन धर्मावलंबियों के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव की जन्मस्थली अयोध्या गणिनी आर्यिका ज्ञानमती माताजी के सानिध्य में देशभर जैन धर्म की प्रभावना बढ़ाने के लिए रवाना किया गया अयोध्या तीर्थ प्रभावना रथ मंगलवार को कुम्हेर कस्बे में मंगल प्रवेश किया से और उसके बाद कस्बे में रथ यात्रा का जैन समाज की महिला बच्चे बुजुर्ग ने बैंड बाजों के साथ भ्रमण कराया । रथ यात्रा धन बड़ा चौराहा जैन मंदिर पर पहुंची जहां समाज के लोगों ने जैन मंदिर में भव्य आरती का आयोजन किया गया तथा पदाधिकारियों का स्वागत सम्मान किया गया।
धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए पांच तीर्थंकरों की जन्म भूमि अयोध्या में गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से चल रहे विकास कार्यों की जानकारी देते हुए सभी से अपील की कि विकास कार्यों में प्रत्येक परिवार जुडकर सहयोग करें एवं अयोध्या तीर्थ क्षेत्र के दर्शनार्थ यात्रा का कार्यक्रम अवश्य बनायें।समूचे रास्ते में जगह जगह जैन धर्मावलंबियों द्वारा रथ में विराजमान जैन तीर्थंकरों का आरती उतार कर पूजन किया गया।जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋभदेव के साथ पांच तीर्थंकरों अजीत नाथ, अभिनंदन नाथ सुमित नाथकी और अनंत नाथ की जन्मभूमि अयोध्या के विकास के लिए परम पूज्य आर्यिका शिरोमणि गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी के निर्देशन में भगवान ऋषभदेव जन्मभूमि अयोध्या तीर्थ प्रभावना रथ का प्रवर्तन संपूर्ण भारतवर्ष में हो रहा है। इस अवसर पर सोमवार सोधर्मो इंद्र की बोली नेमीचंद ने 5100 ₹ लगाकर सोधर्मो पद पर विराजमान हुए, वहीं दूसरी बोली धर्म चंद जैन ने 5100 सो रुपए लगाकर ली जो कुवेर के पद पर विराजमान हुए, मुकेश जैन ने आरती करने की ₹3100 बोली लगा कर ली, वही पालना झुलाने की बोली संतोष शीतल ने ₹3100 लगाकर ली। इस मौके पर विमल जैन, शीतल जैन, प्रकाश जैन पारस जैन, नीतू जैन, शिल्पी जैन, ममता, वर्षा जैन, ऋतु जैन संतोष, निधि जैन आदि समाज के लोगों ने मंदिर में महाआरती की