अंगदान जीवनदान महाभियान जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
प्रदेश में अंगदान को बढावा देने के लिए 3 से17 अगस्त तक मनाया जाएगा अंगदान पखवाडा
प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर मीडिया को दी अभियान की जानकारी
सवाईमाधोपुर, 2 अगस्त। अंगदान कर दूसरों को जीवनदान देने के लिए लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रदेश में अंगदान जीवनदान महाभियान के तहत 3 से 17 अगस्त तक अंगदान पखवाडा मनाया जाएगा। इस संबंध में बुधवार को जिला कलेक्ट्रट के सभागार में जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला की अध्यक्षता में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, लॉयंस क्लब, रोटरी क्लब, व्यापार मंडल, मेडिकल एसोसिएशन, केमिस्ट एसोसिएशन, नर्सिंग एसोसिएशन, ब्रहमकुमारीज के प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति के अंगदान एवं टिशुदान से अगर किसी व्यक्ति का जीवन बच सकता है तो यह सबसे बड़ा पुण्य का कार्य होगा। उन्हांेने कहा कि अंगदान जीवनदान महाअभियान से सभी को जुड़कर लोगों को अधिक से अधिक अंगदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि माह के प्रत्येक प्रथम गुरूवार को आयोजित होने वाली ग्राम पंचायत स्तरीय जनसुनवाई में आमजन को अंगदान करने की प्रतिज्ञा दिलाई जाएं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना ने बताया कि इस अभियान के माध्यम से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कॉलेज, समाज के प्रबुद्धजनों, जिला अस्पतालों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं सहित विभिन्न संस्थानों को जोड़ कर प्रयास किये जाऐंगे ताकि आमजन को अंगदान के लिए प्रेरित किया जा सके। इसके साथ ही सभी स्कूलों, कॉलेजों, ट्रोमा सेन्टर, पुलिस विभाग सहित विभिन्न विभागों को इससे जोड़ा जाएगा ताकि प्रदेश में अंगदान के प्रति जनचेतना पैदा हो। उन्होंने बताया कि राजस्थान में जितनी अंगदान की जरूरत है उतना हो नहीं रहा है और राजस्थान इस मामले में राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम है। इसके साथ ही मेडिकल कॉलेजों में अंग प्रत्यारोपण यूनिट भी स्थापित किये जा रहे हैं जिससे प्रत्यारोपण की प्रक्रिया सहज एवं सुलभ होगी। इससे प्रदेश की जनता को काफी फायदा होगा क्योंकि जिन लोगों को अंगों की आवश्यकता है उन्हें अंग उपलब्ध होंगे।
3 अगस्त से 17 अगस्त तक होगा आयोजित
भारतीय अंगदान दिवस 3 अगस्त के अवसर पर इस महाभियान का विधिवत शुभारम्भ किया जाएगा। इस दौरान 18 वर्ष से ज्यादा के लोगों को प्रदेश स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक अंगदान की शपथ दिलवायी जाएगी एवं जो लोग अंगदान करना चाहते हैं उनसे सहमति ली जाएगी। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी विशेष कैम्पेन चलाया जाएगा तथा बेहतरीन कार्य करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ वर्कशाप, रैली, साईकिल रैली, पोस्टर प्रतियोगिता आदि के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस कार्यक्रम से आंगनाबाडी, आशा, पुलिस के जवानों, कॉलेज के छात्र-छात्राओं सहित विभिन्न वर्गों को जोड़ा जाएगा।
अंगदान कौन, कैसे और कब कर सकता है
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. अकरम खान ने बताया कि अंगदान करने वाले एवं अंगदान प्राप्त करने वालो में बहुत बड़ा अन्तर है। इस कमी को दूर करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को अंगदान व टिशुदान करने क लिए आगे आना चाहिए। उन्हांेने बताया कि किड़नी, हार्ट, कॉर्निया, फेफड़े, लीवर, पेन्क्रियास, आंत का दान किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त टिशूज में कॉर्निया, नवर्स, टेंडेन्सी, बॉनमेरों का दान किया जा सकता है। उन्हांेने बताया कि जीवित व्यक्ति स्किन, लिवर तथा बॉनमेरों का दान कर सकता है। वहीं मृतक टिशूज का दान कर सकता है। वहीं ब्रेन स्टेम डेथ व्यक्ति जो कि वेन्टिलेटर पर होता है और जिसकी जीने की उम्मीद समाप्त हो चुकी होती है। ऐसा व्यक्ति अपने अंग व टिशु दान कर 8 से 9 व्यक्तियों की जान बचा सकता है। ये व्यक्ति ही अंगदान के मुख्यदान कर्ता हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि दो साल से 80 साल तक का कोई भी व्यक्ति जो बीमार नहीं हो वह अपने अंग और टिशुदान कर सकता है।
प्रेस वार्ता का आयोजन कर मीडिया को दी जानकारी
इसके साथ ही जिला स्तर पर प्रेस वार्ता का आयोजन भी किया गया, जिसमें सभी पत्रकारों ने भाग लिय। सभी को इस अभियान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।