जिले का क्षेत्रफल छोटा रखने के विरोध में शाहपुरा पूर्णतः बंद, लगाया जाम
शाहपुरा|नवगठित शाहपुरा जिले के सीमाकंन को लेकर पहले दिन से ही शाहपुरा में विरोध प्रांरभ हो गया है। शाहपुरा संघर्ष समिति के आव्हान पर शनिवार को शाहपुरा बंद का आव्हान किया गया। अब तक शाहपुरा में बंद शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। आज आयोजित बंद के दौरान शहर के सबसे व्यस्ततम कलिंजरी गेट चैराहे पर शाहपुरा संघर्ष समिति से जुड़े लोगों व युवाओं ने हाईवे को जाम कर दिया।
समिति के संयोजक जयंत जीनगर के नेतृत्व में कई युवा अलसुबह से ही बाजारों में घूम कर दुकानों को बंद करवाते दिखे। सभी व्यापारिक सामाजिक व धार्मिक संगठनों को बंद का पूर्ण रुप से समर्थन मिल रहा है। नए जिले शाहपुरा में खुशी से ज्यादा विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि 400 करोड़ राजस्व वाला डीएमएफटी फंड भीलवाड़ा में ही रखा गया है। नए जिले के सीमांकन में पूर्व निर्धारित गुलाबपुरा, हुरड़ा, मांडलगढ़ व बिजौलिया तहसील को शाहपुरा में नहीं जोड़कर भीलवाड़ा में ही रखा गया है इन चार तहसीलों से सर्वाधिक राजस्व की आय होती है। गुलाबपुरा व हुरड़ा के लोगों के विरोध न होने के बाद भी शाहपुरा में नहीं जोड़े जाने को लेकर भाजपा व कांग्रेस के नेता दबे स्वरों में अपने ही नेताओं के खिलाफ टिप्पणियां कर रहे है।
बंद के दौरान कोई अप्रिय वारदात न होने के मद्देनजर थाना प्रभारी कल्पना राठौड़ की अगुवाई में पुलिस दल ने व्यवस्था संभाल रखी है। अतिरिक्त जाब्ता भी तैनात किया गया है।
आज आयोजित बंद के दौरान शहर के सबसे व्यस्ततम कलिंजरी गेट चैराहे पर शाहपुरा संघर्ष समिति से जुड़े लोगों व युवाओं ने हाईवे को जाम कर दिया। युवाओं ने यहा शाहपुरा संघर्ष समिति के संयोजक जयंत जीनगर व हिंदू जागरण मंच के हनुमान धाकड़ की अगुवाई में पुलिस बैरिकेडिंग व लकड़ियां लगाकर हाईवे को जाम किया। जिससे वाहनों की कतारें लग गई। घटना की सूचना मिलने पर शाहपुरा पुलिस की सीआई कल्पना राठौड़ मय जाब्ते के मौके पर पहुंची और युवाओं से समझाइश कर जाम को हटवाया। राठौड़ ने यहां संघर्ष समिति से जुड़े लोगों व युवाओं से शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने की अपील की इसके बाद युवा माने। पूरा शहर शांतिपूर्ण तरीके से आज बंद है।