ऑनस्पॉट हो रही खाद्य सामग्री की निशुल्क जांच
सवाई माधोपुर, 21 अगस्त। राज्य सरकार की ओर से जिले को आंवंटित की गई मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब के माध्यम से जिले में फूड टेस्टिंग शुरू हो चुकी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीनपा ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा तीन अगस्त को जयपुर से हरी झेडी दिखाकर 25 जिलों के लिए मोबाइल फूड टेंस्टिंग लैब रवाना की गई, जो कि जिले के लिए एक बहुत बडी सौगात है। लैब के माध्यम से अब जिले के व्यापारी खाद्य पदार्थों की जांच मौके पर ही करवा सकेंगे। केवल 15 मिनिट में ही यह पता चल पाएगा कि खाद्य पदार्थ में कितनी मिलावट है। रिपोर्ट आने के बाद विभाग की टीम संबंधित दूषित पदार्थों को मौके पर ही नष्ट करवा सकेगी। मोबाइल फूड टेंस्टिंग लैब निर्धारित रूट चार्ट के अनुसार संचालित होगी।
यह मोबाइल वैन मिलावटी पदार्थों की जांच की जांच के साथ साथ उपभोक्ताओं और व्यापारियों को मिलावट के लेकर जागरूक भी करेगी। लैब को निर्धारित रूट चार्ट के तहत अलग अलग जगहों, बाजारों, मेलों और बडे बडे समारोह में भेजी जाएगी। आमजन मौके पर ही खाद्य पदार्थों की शुद्धता की निशुल्क जांच करवाकर रिपोर्ट ले सकेंगे। रूट चार्ट के अनुरूप क्षेत्र का कोई भी उपभोक्ता मौके पर दूध, दूध से बने पदार्थ, आटा, दाल, चावल, तेल, घी, मसाले, ठंडे पेय पदार्थ तथा पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर की जांच करवा सकेंगे।
लेब में हैं ये सुविधाएं:- लगभग 35 लाख रूपये की एक मॉर्डन फूड सेफ्टी वैन जिले को उपलब्ध करवाई गई है। इस मोबाइल लैब में मिल्क एनालाइजर, हॉट एयर अवन, हॉट प्लेट, मिक्सर ग्राइंडर, डिजिटल वेइंग स्केल, डिजिटल मल्टी पैरामीटर, हेड हैल्ड मीटर, डिजिटल रिफ्रेक्टोमीटर आदि उपकरण मौजूद हैं। इनके माध्यम से खाद्य सुरक्षा अधिकारी दूध में फैट की मात्रा, मिलावट वोल स्टार्च, यूरिया, पानी में जीएच, टीडीएस, कंडक्टिविटी जैसे रसायनों की जांच मौके पर ही की जा सकेगी। खाद्य सुरक्षा के संबंध में जनता को व्यापक स्तर पर जागरूक करेन के लिए एलईडी, रिपोर्ट देने के लिए प्रिंटर, व डेटा संधारण के लिए कंप्यूटर उपलब्ध है। वैन विशेष आयोजनों पर ऑन डिमांड भी लगाई जा सकेगी ताकि खाद्य पदार्थों की जांच हो सके।