धन्ना सेठ रसूखदारों को मिला आशियाना प्रधान, सचिव भ्रष्टाचार की गंगोत्री में लगा रहे डुबकी
प्रयागराज।जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ की ग्राम पंचायत नौढ़िया उपरहार में पीएम आवास योजना के तहत हैरान कर देने वाला मामला प्रकाश में आया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बेघरों को आवास का लाभ दिया जाता है, लेकिन शंकरगढ़ ब्लॉक में अधिकारिओं की सह पर पात्र गरीब, विधवा महिलाओं को आवास देने की जगह गलत तरीके से अपात्रों को जिनका पहले से पक्के मकान बने हुए हैं किसी के पति, किसी की पत्नी सरकारी टीचर हैँ और किसी की पत्नी एनम है उनको लाभ दिया गया है। ग्राम प्रधान व सचिव, रोजगार सेवक की मिलीभगत से पात्र लाभार्थी को आवास आवंटित न करके गरीबों का शोषण कर रहे हैं।यह आरोप जानकारी देते हुए गांव के शैलेन्द्र सिंह ने लगाया कि जो अपात्र है गांव में जिन लोगों के पक्के मकान पहले से बने हुए हैं उनको आवास सुविधा शुल्क लेकर दे दिया गया लेकिन विधवा सरोज पत्नी स्व. मसुरियादीन, कुसुमकली पत्नी स्व. मौजीलाल, चमेली देवी पत्नी स्व. राधेश्याम, रानी पत्नी स्व. पारसनाथ, रामकली पत्नी स्व. कामता नाथ, मनोरमा सिंह पत्नी स्वर्गीय शिवभाषकर, संगम लाल सिंह पुत्र स्वर्गीय राजदेव सिंह उम्र 80 साल इन पात्र लोगों को आवास नहीं दिया गया। और राजकली पत्नी राजेश की पहली किस्त चालीस हजार रुपये आयी जिसमें प्रधानपति द्वारा दस हजार रूपये ले लिया गया और दूसरी किस्त इनके खाते में न आकर राजकुमारी पत्नी राजेश के खाते में सत्तर हजार रुपये डलवा दिया गया, वही दिव्यांग छेदीलाल पुत्र पारसनाथ, रामरती पत्नी स्वर्गीय रामनाथ, गीता देवी पत्नी श्यामलाल, प्रभा पत्नी अनिल, अजय सिंह पुत्र कामता प्रसाद, पिन्टू पत्नी पप्पू, अजय सिंह पटेल पुत्र स्वर्गीय कामता प्रसाद सिंह आदि अन्य लोगों से भी ब्लॉक में अधिकारिओं को देने के नाम पर दस से पंद्रह हजार रुपये ले लिया गया। शिकायतकर्ता ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की पुरजोर मांग की है। इस बाबत खंड विकास अधिकारी शंकरगढ़ से जब जानकारी ली गई तो उन्होंने तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए ग्राम प्रधान, सचिव व रोजगार सेवक के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को जांच कर उचित कार्यवाही करने की बात कही।
R. D. Diwedi