सनातन शास्त्र की रक्षा के लिए शस्त्र जरूरी, सनातन अमर है, मिटाने वाले मिट जायेगें-हंसराम महाराज
शाहपुरा|विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल की ओर से देश भर में निकाली जा रही शौर्य जागरण यात्रा के शाहपुरा पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। रैली के रूप में धरती देवरा वाटिका ले जाया गया। इसका आयोजन अयोध्या में राम मंदिर निर्माण एवं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व संपूर्ण देश में हो रहा है। दुर्गावाहिनी व मातृशक्ति सहित महिलाओं और पुरुषों ने पूजन कर आरती की। युवाओं द्वारा रथ की अगवानी की गई। शौर्य जागरण यात्रा का उद्देश्य हिंदू युवाओं में अपने पूर्वजों के प्रति गौरव का भाव जागृत हो अमर बलिदानों के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेकर देश के लिए जीवन जीने हेतु संकल्प लें। हिंदू धर्म और संस्कृति के प्रति श्रद्धा जागृत हो, उसके वैज्ञानिक महत्व को समझे, हिंदू हम सब एक है अर्थात सामाजिक समरसता के लिए संकल्पबद्ध हो।
धरती देवरा वाटिका में हुई धर्मसभा में मुख्य वक्ता सनातन उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर हंसराम महाराज ने अपनी प्रखर वाणी से सनातन के खिलाफ काम करने वालों को विधर्मी कह दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि सनातन शास्त्र की रक्षा के लिए शस्त्र जरूरी। हमारे देश में सनातन अजर अमर है, इसको मिटाने वाले मिट जायेगें। विहिप जिला अध्यक्ष जयेंद्र सिंह राणावत की अध्यक्षता एवं मोहन शरण जी शास्त्री निंबार्क आश्रम भीलवाड़ा, महंत सीताराम बाबा राम मन्दिर शाहपुरा के सानिध्य में हुई धर्मसभा में महामंडलेश्वर हंसराम महाराज को बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने तलवार भेंट की जिसे संतो ने लहराते हुए शास्त्रों की रक्षा के लिए इसे जरूरी बताया।
महामंडलेश्वर हंसराम महाराज ने कहा कि हिन्दू समाज को जाति धर्म के नाम पर बांटकर जो जहर घोला गया अब उसे मिटाकर सनातन धर्म की रक्षा के लिए हमें आगे आना होगा। राम ही सनातन है। सनातन का विरोध करने वाले राजनीतिज्ञ कथाएं, धार्मिक कार्यक्रम कराते है तो वो क्या सनातन नहीं है। वो क्या समझ करा रहे है। महामंडलेश्वर हंसराम महाराज ने अपने प्रखर संबोधन में कहा कि सनातन धर्म में न कभी मिटा है ना कभी मिटेगा। सनातन आदिकाल से ही है। दुर्व्यवसनों से दूर रहकर देशभक्ति से युक्त बलशाली हिंदू युवा आज देश की आवश्यकता है, इस महत्व को समझें। स्वावलंबी स्वाभिमानी राष्ट्रभक्त हिंदू युवा हो जो राष्ट्र के लिए उद्देश्य पूर्ण जीवन जीने के लिए प्रतिबद्ध हो।
महामंडलेश्वर हंसराम महाराज ने हिंदू राष्ट्र और सनातन धर्म की रक्षा के लिए सभी से आगे आने का आव्हान करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जागरुक होने की जरुरत है। सनातन शास्त्रों की रक्षा के लिए शस्त्र जरूरी है। प्रत्येक घर में दोनो की पूजा होनी चाहिए। संतों को भी माला के साथ भाला रखने की जरूरत है। हमारा देश हिंदू राष्ट्र बनना चाहिए। हिंदू राष्ट्र और सनातन धर्म की रक्षा के लिए हम लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। सनातन के लिए अगर जरूरत आन पड़े तो इसके लिए अपने जीवन का भी बलिदान दे देना चाहिए। ‘यह सनातन धर्म में एकता और अपनेपन का दर्शन है। हम धर्म के लिए जीते हैं, हम धर्म के लिए मरते हैं। हमें धर्म की रक्षा के लिए बलिदान देना पड़ता है। उन्होंने कहा, ‘हमें सनातन धर्म की रक्षा करनी है। यह धर्म सबको अपना मानता है। यह किसी का धर्मांतरण नहीं करता, क्योंकि यह जानता है कि सच्चे दिल से किसी से प्रार्थना करना व्यक्ति को अपने भगवान तक ले जाता है।
महामंडलेश्वर हंसराम महाराज ने कहा कि विहिप द्वारा आयोजित यह जागरण यात्रा पूरे भारत मे आयोजित की जा रही है। यात्रा का मुख्य उद्देश्य सभी को साथ लेकर समाज को संगठित करना है। ताकि किसी भी विरोधी ताकत का प्रतिकार किया जा सके। पूर्व में भी सनातन संस्कृति को मिटाने के कई प्रयास हुए है, लेकिन संगठित समाज ने ऐसा होने नही दिया। यात्रा का उद्देश्य हर परिवार का जागरण करना है।
उन्होंने कहा कि जब तक समाज मे संगत ओर पंगत चलती रहेगी विरोधी ताकतें आपका कुछ नही बिगाड़ पाएगी। भारतीय संस्कृति ने बहुत आघात सहे है। हम आज समाज से विसंगतियों को हटाने की बात करते है ये यात्रा समाज जागरण का अभियान है। हम विश्व कल्याण की बात करते है, जिस दिन प्राणियों में सद्भावना होगी। निश्चित रूप से विश्व का कल्याण होगा।
महंत मोहन शरण ने कहा की बजरंग दल की शौर्य यात्रा युवाओं के शौर्य और पराक्रम को जगाने की यात्रा है। कार्यक्रम विशाल वाहन रैली चोपहिया एवं दोपहिया वाहनों द्वारा निकाली गई। शहर के विभिन्न मार्गो से कार्यक्रम में पुष्प वर्षा की गई। आज सुबह शाहपुरा से प्रातः यात्रा जहाजपुर के लिए रवाना होकर पुरे शाहपुरा जिले में भ्रमण कर भीलवाड़ा पहुची।