जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब तब परमात्मा अवतार धारण करके धरती पर धर्म की स्थापना करते हैं-पंडित नरेन्द्र उपाध्याय
कुशलगढ|सुभाष मार्ग पर स्थित बिहारी मंदिर में सात दिवसीय संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यहां पर चल रही भागवत कथा में पंडित नरेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि जीवन में जब भी भगवत नाम सुनने का अवसर प्राप्त हो, उससे विमुख नहीं होना चाहिए। भागवत महापुराण के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए बताया कि जब जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब तब परमात्मा अवतार धारण करके धरती पर धर्म की स्थापना करते हैं। विभिन्न प्रसंगों पर सुनाई कथा : श्री हरी के दशावतारों के बारेमे बताते हुए कहा कि मत्स्य अवतार, वराह अवतार,कच्छप अवतार,नृसिंह अवतार, वामन अवतार, परशुराम अवतार,कृष्ण जन्म की कथा के पूर्व भगवान राम के अवतार की लीला का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने आदर्श स्थापित किया है, वह आज भी प्रासंगिक है। राम जन्म, ताड़का वध, राम विवाह, वनवास, रावण वध सहित राम राज्याभिषेक पर सुन्दर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि द्वापर में जब कंस के अत्याचार बढ़े तो श्रीकृष्ण ने अवतार लेकर मुक्ति दिलाई।कथा के चौथे दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कृष्ण जन्म के प्रसंग शुरू होते ही मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालु नंद के घर आनंद भया जय कन्हैया लाल की भजनों के साथ झूम उठे। वहीं श्रद्धालुओं ने मक्खन मिश्री के प्रसाद का भोग लगाकर वितरित किया। वासुदेव बने थे जितेन्द्र बैरागी और देवकी बने अंजली बैरागी। इस मौके पर नरेश त्रिवेदी,राम मंदिर निर्माण समिति संरक्षक कैलाश राव,शिव भक्त दीपक कछावा,पूर्व नपा अध्यक्ष ललिता सोनी,पत्रकार संघ से ललित गोलेछा एवं अरुण जोशी,नरेंद्र बैरागी,चेतन बैरागी,कृष्णकांत, ज्ञान प्रकाश बैरागी,परेश बैरागी दिलीप टेलर सहित कई अन्य भक्त जन मौजूद थे।