तीर्थराज विमल कुण्ड के दर्शन कर मोहित हो गये कृष्ण भक्त
देशी-विदेशी पर्यटकों को भा रही है ब्रज रज की सुगंध
कामां। योगीराज भगवान श्री कृष्ण की क्रीडास्थली कामवन (ब्रजभूमि )देशी व विदेशी श्रद्धालुओं को खूब भा रही है। हावड़ा पश्चिम बंगाल से कामवन दर्शन को आए सैकड़ों भक्तों ने कामवन की समस्त क्रीड़ास्थलियों के दर्शन कर तीर्थराज विमलकुण्ड के दर्शन कर पूजा अर्चना की।
मन्दिर विमल बिहारी के सेवाअधिकारी गौरव पंडित लवानिया ने तीर्थराज का माहात्म्य बताते हुए कहा कि आदि वृंदावन कामवन की विशिष्ट पहचान है। यहां आकर भक्त कृष्ण की लीलाओं में रम जाता है तथा अत्यंत सुखद आनन्द का अनुभव करता है। भगवान श्रीकृष्ण के माता-पिता तीर्थ यात्रा पर जाना चाहते थे। वह बुजुर्ग थे,इसलिए भगवान श्रीकृष्ण ने सभी देवी-देवताओं को कामवन में बुलाया। तभी से सभी देवी-देवता यहां वास करते हैं।