कई राज्यों में धार्मिक अनुष्ठान करने के बाद कामवन लौटे जगदगुरु वल्लभाचार्य
कामा। जगदगुरु शुद्धाद्वैत पंचम पीठाधीश्वर गोस्वामी वल्लभाचार्य महाराज कई राज्यों में धार्मिक अनुष्ठान एवं महोत्सवों के आयोजन के बाद पुनः पंचम पीठ गोकुलचंद्रमाजी हवेली कामवन लौटे जहां श्रद्धालुओं ने उनका भव्य स्वागत और अभिनंदन किया।
मिली जानकारी के अनुसार गोस्वामी वल्लभाचार्य छत्तीसगढ़ के रायपुर के समीप स्थित चंपारण्य में महाप्रभु श्रीमद् वल्लभाचार्य जी की जन्म जयंती के उपलक्ष में महाप्रभुजी की छठी बैठक पर पधारे जहां आपने महाप्रभुजी की जयंती पर विविध मनोरथों और उत्सवों का आयोजन किया इस अवसर पर देश-विदेश के अनेक श्रद्धालुओं ने पुष्टिमार्ग प्रवर्तक जगतगुरु महाप्रभु श्रीमद वल्लभाचार्य जी की जन्म जयंती के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया । इसके बाद गोस्वामी वल्लभाचार्य महाराष्ट्र में मुंबई पहुंचे जहां विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के साथ अपने लघु भ्राता गोस्वामी रघुनाथ लाल जी के आत्मज के विवाह समारोह में सम्मिलित हुए इसके बाद शुद्धाद्वैत पंचम पीठाधीश्वर गोस्वामी वल्लभाचार्य गुजरात के आनंद जिला स्थित वल्लभ विद्यानगर में पधारे जहां उनके द्वारा आज से 25 वर्ष पूर्व प्रतिष्ठित श्री गोवर्धननाथजी की हवेली के 25 वें पाटोत्सव के अवसर पर आयोजित रजत जयंती समारोह में छप्पन भोग सहित विभिन्न आयोजनों में भाग लिया। आज से 25 वर्ष पूर्व गुजरात के आणंद जिले में स्थित वल्लभ विद्यानगर में गोस्वामी वल्लभाचार्य ने गोवर्धन नाथजी हवेली की विशाल और भव्य स्थापना की जिसके 25 वर्ष पूर्ण होने पर रजत जयंती महोत्सव का आयोजन गोस्वामी देवकीनंदन लाल जी के सान्निध्य में किया गया जिसमें गुजरात सरकार के अनेक मंत्रियों ने भाग लिया। विशाल पंडाल में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ और प्रभु के अनेक मनोरथों के साथ विशाल और भव्य छप्पन भोग का आयोजन किया गया इन सभी कार्यक्रमों के उपरांत गोस्वामी वल्लभाचार्य के कामवन हवेली में पधारने पर वैष्णव और श्रद्धालुओं ने उनका पुष्प वर्षा कर स्वागत और अभिनंदन किया । उनके एक वर्ष के ब्रज प्रवास के अंतर्गत उनके विभिन्न कार्यक्रमों की श्रंखला के अंतर्गत कामवन में भी अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
P.D. Sharma