पश्चिम बंगाल व गुजराज से आए ब्रजयात्री, श्रीकृष्ण ने चारों धाम कामवन में बुलाए
कामां। कामवन दर्शन को पश्चिम बंगाल व गुजरात से आए ब्रजयात्रियों ने कामां के तीर्थराज विमल कुण्ड व मन्दिर देवालयो के दर्शन किए।
तीर्थराज विमल कुण्ड स्थित विमल बिहारी मंदिर के सेवाधिकारी संजय लवानिया ने कामवन में विराजित क्रीड़ास्थलियों का माहात्म्य सुनाते हुए बताया कि गर्ग संहिता में कहा गया है कि यशोदा मैया और नंद बाबा ने भगवान श्री कृष्ण से 4 धाम की यात्रा की इच्छा जाहिर की तो भगवान श्रीकृष्ण ने कहा कि आप बूढे हो गए हैं। इसलिए मैं आप के लिए यहीं सभी तीर्थों और चारों धामों को आह्वान कर बुला देता हूं। उसी समय से केदारनाथ और बद्रीनाथ भी यहां मौजूद हो गए। चैरासी कोस के अंदर कामवन के निकट पहाड़ पर केदारनाथ का मंदिर है। इसके अलावा गुप्त काशी,यमुनोत्री और गंगोत्री के भी दर्शन यहां श्रद्धालुओं को होते हैं। तत्पश्चात यशोदा मैया व नन्दबाबा ने उनकी परिक्रमा की। तभी से ब्रज में चैरासी कोस की परिक्रमा की शुरुआत मानी जाती है।