सड़क खोदकर दर्जनों पुलिया बनाना ज़िम्मेदार गए भूल उड़ रही धूल
प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। शासन की मंशा चाहे जो भी हो लेकिन सरकारी मशीनरी अपने मनमर्जी के मुताबिक कार्य करती है। इसका सीधा उदाहरण जनपद के यमुनानगर प्रयागराज बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित शिवराजपुर से प्रतापपुर सड़क मार्ग को मरम्मतीकरण कर बना तो दिया गया लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते अधिकतर जगहों पर कार्य के नाम पर औपचारिकताएं ही नजर आईं। पुलिया निर्माण के लिए जगह-जगह सड़क को खोद दिया गया और यह कहा गया कि जल्द ही पुलिया का निर्माण कर सड़क को दुरुस्त कर दिया जाएगा लेकिन शुरुआत से ही सड़क के मरम्मतीकरण के कार्य की गति धीमी नजर आई।बता दें कि तकरीबन 6 माह बीत जाने के बावजूद भी दर्जनों पुलिया का निर्माण कार्य नहीं कराया जा सका है। जिससे राहगीरों को उड़ते हुए धूल के कण से आंखों में जलन और सांस लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विभाग द्वारा सड़क को बना तो दिया जाता है लेकिन बनाने के बाद सड़क किनारे दोनों और असीमित गहराई हो जाती है। साल दर साल सड़क पर डामरीकरण की परत चढ़ने से फुटपाथ से सड़क की ऊंचाई लगातार बढ़ती जा रही है। नियमानुसार सड़क के दोनों और पटरी को संबंधित विभागों को मिट्टी या मोरम से समतल करना चाहिए ताकि विपरीत दिशा से दो वाहनों के आने पर सड़क से नीचे उतरते समय वाहन पलटने की संभावना ही ना रहे। लेकिन विभाग ने सड़क बनाने के बाद दोनों ओर को समतल करना छोड़ दिया है। जिसके कारण वाहन चालक सड़क से नीचे उतरते समय डरते हैं यही वजह है कि वाहनों की सीधी भिड़ंत हो जाती है और चालकों व गाड़ी की चपेट में आने से राहगीरों की जान तक चली जाती है।यही हाल शिवराजपुर से शंकरगढ़ नारीबारी रोड पर धीमी गति से सालों से पुलिया का निर्माण कार्य करवाने के बाद पुलिया के दोनों ओर सड़क को खोद कर राखड़ डालकर ठेकेदार द्वारा लीपा पोती कर कार्य की इतिश्री कर पुलिया पर से आवा गमन चालू कर दिया गया।स्थानीय लोगों की मानें तो पुलिया के निर्माण कार्य में मानक को दरकिनार कर अनियमितताएं बरती गई और सरकारी धन का दुरुपयोग कर आपसी बंदर बांट किया गया है।अब देखने वाली बात यह होगी कि शिवराजपुर से प्रतापपुर के बीच दर्जनों पुलिया का आधा अधूरा निर्माण कार्य कब पूरा होता है या ऐसे ही ठेकेदार द्वारा आला अधिकारियों को गुमराह करआंखों में धूल झोंक कर अपनी पीठ थपथपाते रहेंगे।