किसानों को मिलेगी 8 हजार रूपए की सम्मान निधि
जयपुर 9 फरवरी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में केन्द्र एवं राज्य की डबल इंजन की सरकार तेजी से कार्य कर रही है। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दिशा में लखपति दीदी जैसी महत्वपूर्ण योजना की शुरूआत की है, जिसके अंतर्गत राजस्थान में भी 11.24 लाख महिलाओं को लाभान्वित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री शर्मा शुक्रवार को नागौर के मारवाड़ मूंडवा में वीर तेजा महिला शिक्षण एवं शोध संस्थान के वार्षिकोत्सव एवं कन्या छात्रावास भवन के शिलान्यास समारोह पर आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओें एवं छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। नारी शक्ति को प्राथमिकता देते हुए राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए 2 लाख नए महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप बनाने और 28 लाख महिलाओं को महिला सशक्तिकरण क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से 1 लाख रुपए तक का ऋण उपलब्ध करवाने का कार्य किया जाएगा। शिक्षा के उचित अवसर उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार छात्राओं को सह-शिक्षा महाविद्यालयों एवं पॉलिटेक्निक व अभियांत्रिकी महाविद्यालयों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए भी प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के अनुसार महिलाओं को 450 रुपए में सिलेण्डर भी दिया जा रहा है।
शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं एवं किसानों के कल्याण के लिए तत्परता के साथ कार्य कर रही है। सरकार ने अपने पहले बजट 2024-25 (लेखानुदान) में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को देय वार्षिक वित्तीय सहायता 6 हजार से 8 हजार रुपए तक करने, 2023-24 में गेंहू के न्यूनतम समर्थन मूल्य के अतिरिक्त 125 रुपए प्रति क्विंटल बोनस देने सहित कृषक कल्याण के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार के समुचित अवसर देने व उनकी प्रतिभाओं को निखारने के लिए भी राज्य सरकार वृहद् स्तर पर कार्य कर रही है। अब प्रदेश के गांव-ढाणी तक खेल सुविधाओं का विस्तार भी किया जाएगा, ताकि प्रदेश की युवा प्रतिभाएं 2028 के ओलंपिक के लिए पूर्ण आत्मविश्वास के साथ तैयारी कर सकें।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि वीर तेजा महिला शिक्षण एवं शोध संस्थान छात्राओं को उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराने में महती भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि यह संस्थान शैक्षिक, व्यावसायिक एवं रोजगारपरक शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में अभूतपूर्व कार्य कर रहा है। इस संस्थान में मेडिकल एजुकेशन पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने के लिए विभाग की ओर से हरसंभव मदद की जाएगी।
इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, सार्वजनिक निर्माण राज्य मंत्री डॉ. मंजू बाघमार, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री सी.आर. चैधरी तथा पूर्व सांसद श्रीमती ज्योति मिर्धा सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।