एक दिवसीय जिला स्तरीय अहिंसा एवं कौमी एकता सम्मेलन का शुभारंभ
भीलवाड़ा, पेसवानी। जिला मुख्यालय पर टाऊन हॉल में शुक्रवार को जिला स्तरीय अहिंसा एवं कौमी एकता सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत जिला कलक्टर श्री नमित मेहता, सभापति श्री राकेश पाठक, जनप्रतिनिधि श्री प्रशांत मेवाड़ा, उप जिला प्रमुख श्री शंकर गुर्जर, सांसद प्रतिनिधि श्री राजकुमार आंचलिया, सीईओ जिला परिषद श्री मोहनलाल खटनावलिया, आयुक्त श्री हेमाराम चौधरी, श्री शंकरलाल माली, बहन तरुणा जी, भाई अमोलक जी, श्री बाबूलाल आचार्य द्वारा द्वीप प्रज्जवल्लित कर की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत में जिला कलक्टर श्री नमित मेहता ने सम्मेलन में भाग लेने आए अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में सहिष्णुता की सबसे ज्यादा आवश्यकता हैं। जीवन शैली में तनाव की अधिकता हो गई हैं, कोशिश करें कि ऐसी चीजों से जुड़े जिससे मन शांत रहे और जीवन में तनाव पर लगाम लगाई जा सके। उन्होंने कहा कि व्यवहार में संयम रखें साथ ही क्षमा करना सीखे, क्षमा करने से मन का बोझ हल्का होता हैं। धैर्य रखें, गांधीजी के विचारों को जीवन में उतारे। हिंसा से न सिर्फ जिसके साथ हिंसा होती है उसका नुकसान होता है। बल्कि जो हिंसा करता है, उसका सबसे ज्यादा नुकसान होता हैं। प्रशिक्षण से मिले अच्छे विचारों को आप अपने जीवन में धारण करें और दूसरों से भी साझा करें।
मुख्य वक्ता श्री शंकरलाल जी माली ने समाज और राष्ट्र के लिए संवेदनशील होने की बात कही। उन्होंने कहा कि दुनिया को वसुधैव कुटुंबकम की संकल्पना भारत ने ही दी। प्रत्येक मनुष्य के साथ प्रत्येक जीव के प्रति दया भावना रखें। मन वचन कर्म से किसी भी प्रकार की हिंसा न करें।