कामां। कस्बां के पंचम निधि श्री गोकुल चन्द्रमा जी मन्दिर में सात दिवसीय आलौकिक मनोरथ महोत्सव रासेष महोत्सव का आयोजन 7 मार्च से 13 मार्च तक होगा।
पुश्टिमार्गीय पंचम पीठाधीष्वर जगदगुरू गोस्वामी बल्लभाचार्य महाराज 52 वंे प्रकट दिवस व उनके एक वर्श के ब्रजवास पूर्ण होने पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम किए जाएगें। इस सात दिवसीय महोत्सव में प्रथम दिवस 7 मार्च को केल महल का मनोरथ मन्दिर श्री गोकुल चन्द्रमा जी में किया जाएगा। इसी दिन बाहर से आने वाले वैश्णवों को ब्रज के चारो धामों के दर्षन कराने का आयोजन रखा गया है। 8 मार्च को गोकुलेन्द्र प्रभु गोकुल चन्द्रमा जी हवेली से निकलकर आनन्द्रादि घाटा पहुंचेगे। जहां घाटा बंगला में रंग महल का मनोरथ का आयोजन होगा। इस मनोरथ में विभिन्न कलाकारों के द्वारा धार्मिक एंव सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। 9 मार्च को गोकुल चन्द्रमा जी मन्दिर नवनिर्मित गौषाला में गोकुलेन्द्र प्रभु का गौचारण मनोरथ होगा। 10 मार्च को गोकुलेन्द्र प्रभु सुखपाल पालकी में विराजकर कामां कस्बें के बाजारों से होती हुई फाग की सवारी के साथ रंग गुलाल से होली खेलते निकलेगे। वहीं सांय को मन्दिर में होली खेल का मनोरथ होगा। 11 मार्च को गोकुल चन्द्रमा जी मन्दिर में नवरत्न की सांझी का मनोरथ होगा। 12 मार्च को पंचम पीठाधीष्वर गोस्वामी बल्लभाचार्य महाराज के द्वारा मार्कण्डेय पूजा व सांय को विवाह खेल मनोरथ होगा। वहीं अन्तिम दिन 13 मार्च को श्रीकुण्ड स्थित महाप्रभु की बैठक पर गोकुलेन्द्र प्रभु भव्य आलौकिक छप्पन भोग मनोरथ दर्षनों का आयोजन होगा। सात दिवसीय कार्यक्रमों को लेकर मन्दिर में तैयारियों जोरो की जा रही है।