कामां। रासेश विहारोत्सव के अंतर्गत पुष्टिमार्गीय पंचम पीठाधीश्वर जगद्गुरु गोस्वामी वल्लभाचार्य महाराज के 52 वें प्रागट्य दिवस के अवसर पर श्री गोकुलेंदु प्रभु ढाई किलो सोने के मणिजटित पलना में विराजित हुए जहां प्रभु का नन्दोत्सव नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की के जयघोष के साथ सम्पन्न हुआ। इसके बाद मंदिर के गोवर्धन चैक में महाराज श्री की मार्कण्डेय पूजा हुई। इस अवसर पर आगंतुक वैष्णवों व ब्रजवासियों ने महाराज के केशरस्नान के अन्तर्गत उनके चरण प्रक्षालन किया व उन्हें उत्तरीय शाल माला आदि पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर बड़ौदा गुजरात के गोस्वामी द्वारकेश लाल महाराज,शरणम गोस्वामी,नवनीत लाल गोस्वामी कामवन-भावनगर सहित अनेक गोस्वामी आचार्यों ने महाराज को बधाई दी। शाम को प्रभु के विवाह खेल के मनोरथ का आयोजन हुआ। गोस्वामी देवकीनन्दन ने बताया कि बुधवार सुबह साढे ग्यारह बजे प्रभु भव्य सवारी बैंड बाजों ध्वजा पताका निशान के साथ श्रीकुण्ड स्थित श्री महाप्रभु जी बैठक पधारेंगे। जहां प्रभु के विशाल व भव्य छप्पन भोग मनोरथ का आयोजन सांय 3 बजे से होगा। जिसमे चार सौ पीपा देशी घी की छप्पन प्रकार की सामग्री प्रभु को भोग आएगी।