प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। जनपद के यमुनानगर आदर्श नगर पंचायत शंकरगढ़ भ्रष्टाचारियों एवं दलालों का अड्डा बन चुका है। क्षेत्रीय नगर पंचायत के नेताओं,दलालों एवं ठेकेदारों ने पूरी नगर पंचायत के विकास को खोखला कर दिया है। वर्तमान समय में शंकरगढ़ की हर गली-मोहल्ले की व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। नालियां चोक हैं लेकिन साफ सफाई के नाम पर कोई भी कर्मचारी जवाब देने को तैयार नहीं है। सदर बाजार का मुख्य मार्ग खस्ताहाल अवस्था में है। अभी हाल ही में सड़क के दोनों तरफ पटरियों की इंटरलॉकिंग की गई जो महज खानापूर्ति कर सरकारी धन का दुरुपयोग कर आपस में बंदरबांट किया गया।डोडा कॉलोनी में कूड़ा संचित करने के लिए बने कूड़ा केंद्र का उपयोग आज तक नहीं किया गया और उसे जर्जर हालत में छोड़ दिया गया है। कूड़ा ढोंने वाली गाड़ी मे जंग लग चुकी है। ठेकेदार हो या कर्मचारी सब मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं। नगर पंचायत को लोगों को शुद्ध जल की व्यवस्था हो इसके लिए आरओ प्लांट भी लगाया गया है परंतु उससे लोगों को एक बूंद जल आज तक प्राप्त नहीं हुआ है। पूरे नगर क्षेत्र में बने सुलभ शौचालय की स्थिति खस्ता हाल है। टूटे-फूटे गंदगी से भरे पड़े शौचालय में कोई जाने की हिम्मत तक नहीं कर पा रहा है और नगर पंचायत अध्यक्ष के साथ-साथ अधिशासी अधिकारी भी हाथ पर हाथ रखे बैठे हुए हैं। उन्हें ना तो लोगों की फिक्र है ना ही नगर पंचायत के विकास की। स्थानीय नेताओं एवं व्यापार मंडल के अध्यक्ष अरविंद केसरवानी एवं समाजसेवी रोहित केसरवानी द्वारा लगातार नगर पंचायत के विकास के लिए आवाज उठाई जा रही है परंतु उनकी बातों को अनसुना किया जा रहा है। इसी बात से आहत होकर नगर पंचायत शंकरगढ़ के व्यापार मंडल के सदस्यों द्वारा अधिशासी अधिकारी को चेतावनी दी गई है कि जल्द ही अगर सारी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वो उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी।