होली के पावन त्यौहार पर खफ गया लाखों का मिलावटी खोवा
प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। जनपद के शंकरगढ़ क्षेत्र सहित जिले भर में सैकड़ों ऐसे मिष्ठान की दुकानें हैं जहां पर होली के पावन त्यौहार पर फूड इंस्पेक्टर के रहमो करम पर मिष्ठानों की दुकानों पर लाखों का मिलावटी खोवा की खपत धड़ल्ले से हो गई।सूत्रों की माने तो चंद खनकते सिक्कों की चमक के आगे शायद फूड इंस्पेक्टर बौने नजर आ रहे हैं।शायद वह भूल गए हैं कि उन्हें किस कार्य के लिए शासन के द्वारा नियुक्ति दी गई है और वह जिस कार्य में लिप्त है वह कार्य सही है अथवा पूर्णरूपेण गलत।फूड इंस्पेक्टर और मिलावट खोर दुकानदारों का लंबा गठजोड़ होली के त्यौहार पर खोवा के रूप में जहर परोसा गया जिसके सेवन मात्र से लोगों को गंभीर बीमारियों का शिकार होना तय है। त्यौहार के महज 10 दिन पूर्व से ही मिलावटी खोवा से बनाकर तरह-तरह की मिठाइयां और खोवा तैयार किया गया मगर आलम यह है कि मिलावटखोरों के प्रति फूड इंस्पेक्टर इतने दयावान क्यों नजर आ रहे हैं यह सवाल लोगों के जेहन में कौंध रहा है। फूड इंस्पेक्टर दुकानदारों का साथ बड़ी शिद्दत के साथ दे रहे हैं जिसकी बदौलत आज तक किसी भी बड़े- बड़े मिलावट खोर दुकानदारों के ऊपर कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हो सकी है।
सूत्र बताते हैं कि फूड इंस्पेक्टर कर्तव्यों का पालन करने के बजाए वह माहवारी रकम वसूलने तक ही सीमित रह गए हैं।क्षेत्र के जसरा, बारा, लोहगरा, शिवराजपुर, शंकरगढ़, रानीगंज, शंकरगढ़ लाइन पार ,लालापुर सहित जिले भर के मुख्य बाजारों में सजी मिष्ठानों की दुकानों का यही हाल है। मिश्रित खोवा से तैयार की गई मिठाई का नमूना मात्र एकत्रित कर जांच करा ली जाए तो फूड इंस्पेक्टर एवं मिलावट खोर दुकानदारों के बीच का गठजोड़ सबके सामने खुलकर आना तय है।