भरतपुर, 04 अप्रैल। सम्भागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने गुरूवार को जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में फ्लाइंग स्क्वाड टीम (एफएसटी), स्टेटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) और पुलिस चेक पोस्ट का निरीक्षण किया। उन्होंने चिकसाना बॉर्डर, ऊंचा नगला चेक पोस्ट, बहनेरा में एफएसटी टीम, शीशम तिराहा पर एफएसटी टीम एवं एमईएस तिराहा डीग रोड पर तैनात एसएसटी टीम द्वारा निगरानी प्रक्रिया का जायजा लिया और पुलिसकर्मियों और एफएसटी टीमों से चुनाव खर्च पर नियंत्रण के लिए कार्य योजना की जानकारी ली।
सम्भागीय आयुक्त ने प्रतिबन्धात्मक सामग्री की रोकथाम के लिए की जा रही जांच का आकस्मिक निरीक्षण कर अधिकारियों को जांच एवं निगरानी व्यवस्था को देखा तथा सक्रियता के साथ प्रभावी कार्यवाही करने के आवश्यक निर्देश प्रदान किए। उन्होंने जांच के दौरान वाहनों में प्रतिबन्धात्मक सामग्री के परिवहन को रोकने के लिए सघन निरीक्षण करने एवं यात्री वाहनों में जांच के समय शालिनता से व्यवहार करते हुए बैग एवं अन्य सामग्री की जांच करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि माल वाहक वाहनों का सघन निरीक्षण किया जाये, माल लदान, जीएसटी बिल एवं गन्तव्य स्थान के बारे में संतोषजनक जानकारी मिलने के बाद ही जाने दें। उन्होंने चौकपोस्ट पर सभी वाहनों को आदर्श आचार संहिता की गाइड लाइन के अनुसार जांच कर अनावयश्क भ्रमण करने वाले वाहनों को चिन्हित कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने अवैध शराब, अवैध हथियार या नकदी मिलने पर सम्बंधित विभागों को भी सूचित करने के निर्देश दिए।
चैकिंग में सहयोग न करने वालों पर धारा 353 के तहत हो कार्यवाही
सम्भागीय आयुक्त ने बेरिकेटिंग चैक पोस्ट के समीप लगाने व सीसीटीवी द्वारा सजगता से निगरानी सुनिश्चित करने एवं सूचना तंत्र बनाये रखते हुए प्रतिबंधात्मक सामग्री के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने नाके पर तैनात सुरक्षा कर्मियों के साथ अभ्रता पूर्वक व्यवहार करने वालों एवं जांच प्रक्रिया में सहयोग न करने वालों के खिलाफ धारा 353 के तहत राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मुकदमा दर्ज करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने चैकिंग के दौरान ब्लैक शीशे वाली गाडियां को सीज करने के निर्देश दिए।
एसओपी की पालना सुनिश्चित करें
सम्भागीय आयुक्त ने इस दौरान सीजर कार्रवाई की पारदर्शिता और मानक संचालन प्रक्रिया की पालना का निरीक्षण किया। उन्होंने जब्ती की कार्रवाई के दौरान वीडियोग्राफी की प्रक्रिया का भी अवलोकन किया और वीडियो की गुणवत्ता को जांचा। उन्होंने ड्यूटी पर उपस्थित पुलिस कर्मियों और एफएसटी, एसएसटी के सदस्यों से निगरानी प्रक्रिया की जानकारी ली और संधारित किए जा रहे रजिस्टरों का अवलोकन कर दिशा-निर्देश प्रदान किये। उन्होंने जब्ती की कार्रवाई के दौरान वीडियोग्राफी करवाने और वीडियो क्वालिटी गुणवत्तापूर्ण होने पर जोर देते हुए कहा कि चुनाव खर्च पर कड़ी निगरानी रखें और संदिग्ध गतिविधियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि सीजर और जब्ती की कार्रवाई के दौरान पूर्ण पारदर्शिता बरती जानी चाहिए और सभी प्रक्रियाओं का वीडियोग्राफी सहित आवश्यक साक्ष्य सुरक्षित रखे जाने चाहिए। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी भरतपुर रवि कुमार भी मौजूद रहे।