डीग शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में बड़े ही धूमधाम के साथ गणगौर माता की पूजा अर्चना की गई ।इस दौरान अविवाहित लड़कियों ने अच्छा वर पाने व विवाहित महिलाओं अपने सुहाग की लम्बी आयु के लिए व्रत रखा गया।प्राप्त जानकारी के अनुसार इसमें कन्याएं और शादीशुदा महिलाएं मिट्टी के शिवजी यानी गण और माता पार्वती यानी की गौर बनाकर पूजन करती हैं। गणगौर का त्योहार स्त्रियों के लिए अखण्ड सौभाग्य प्राप्ति का पर्व है। महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु और लड़कियां श्रेष्ठ वर की प्राप्ति के लिए गणगौर पूजा करेंगी। शाम को सूर्यास्त से पहले गणगौर को पानी पिलाने के बाद जलाशयों, तालाब, कुओं में विसर्जित की जाएगी।