बांदीपुर में नई अनूठी पहल बेटी का किया कंआ पूजन
कामां |कामां क्षेत्र के गांव बांदीपुर में एक अनूठी पहल की करी शुरुआत आमतौर पर परिवार में पुत्र रत्न की प्राप्ति होने पर खूब जश्न मनाया जाता है लेकिन मेजर विक्रमसिंह के परिवार ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के सपने को साकार करते हुए बेटी जन्म पर कुआं पूजन कर नई मिसाल पेश की ज्योति रानी एवं केशव देव के घर जन्मी बेटी के जन्म अवसर पर देखा गया यहां छठी कार्यक्रम में रौनक देखने लायक थी अमरचंद बौहरे ने अपने घर में पौत्री वीरा निठारवाल के पैदा होने पर गांव व क्षेत्र के लोगों को भोजन करवाया और डीजे ढोल नगाड़ों के साथ नाच गाकर कुंआ पूजन किया इस दौरान घर पहुंचे रिश्तेदार और परिचितों ने बिटिया के सुखद भविष्य व दीर्घायु की कामना की इस मौके पर समाजसेवी भगवान सिंह ने कहां की बेटा और बेटी एक समान है इनमें फर्क रखना मानवता के लिए अभिशाप है उन्होंने कहा कि बिटिया वर्तमान परिवेश में बेटों से कम नहीं है बेटियां कंधे से कंधा मिलाकर अपना किरदार निभा रही है उन्होंने कहा कि बेटी पैदा होने पर गांव के लोगों को भोज करवा कर डीजे एवं ढोल नगाड़ों के साथ कुआं पूजन करके जो खुशी मनाई है वह काबिले ए तारीफ है उन्होंने यह साबित किया है कि परिवारजनों की नजर में बेटे और बेटी में कोई अंतर नहीं है