प्रयागराज वो पावन धरा है जहाँ देवता जन्म लेने के लिए तरसते हैं-आचार्य शिवम शरण शास्त्री
प्रयागराज।बारा तहसील क्षेत्र के लालापुर में चल रही संगीतमयी श्री राम कथा के दूसरे दिन शाम कालीन वेला में अयोध्या से पधारे कथा व्यास श्री शिवम जी महराज ने शिव जी के चरित्र का सुन्दर वर्णन किया। व्यास ने मां पार्वती के जन्म, कामदेव के भस्म होने और भगवान शिव द्वारा विवाह के लिए सहमत होने की कथा सुनाई।
क्षेत्र के संभ्रात लोगो के सानिध्य में आयोजित श्री राम कथा में महाराज जी ने श्रोताओं को सुनाते हुए कहा कि राजा दक्ष प्रजापति ने भगवान शंकर का अपमान करने के लिए महायज्ञ का आयोजन किया था। जिसमें उसने भगवान शिव को छोड़कर समस्त देवताओं को आमंत्रण भेजा था। भगवान शंकर के मना करने के बाद भी सती अपने पिता के यहां जाने की इच्छा जताई तो भगवान शंकर ने बिना बुलाए जाने पर कष्ट का भागी बनने की बात कही।
शाम 07:00 बजे कथा विश्राम के बाद मुख्य यजमान ने व्यासपीठ की आरती उतारी। इस अवसर पर ग्राम प्रधान लालापुर शंकर लाल पांडेय,गोइसरा प्रधान वीरेंद्र पांडेय, पूर्व शिक्षक बंशी धर द्विवेदी,पंकज ओझा,अखिलेश मिश्रा,रामजानकी जनकल्याण समिति अध्यक्ष शिवेंद्र पांडेय,राजेश पांडेय,नागेश्वर पांडेय,ननका पंडित,दीपक पांडेय,आशीष मिश्रा,शिवेंद्र पांडेय,निखिल,यस पांडेय,आर्यन पांडेय,पत्रकार मंगला प्रसाद तिवारी,विनोद पांडेय,राजू पांडेय,मुनीम पांडेय, समेत सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
R. D. Diwedi