सूरौठ। राजस्थान ग्रामीण विकास विभाग के सचिव आशुतोष पेडनेकर, करौली कलेक्टर नीलाभ सक्सेना एवं कृषि विभाग के अधिकारियों ने सूरौठ निवासी किसान राज बहादुर पालीवाल की ओर से गांव धंधावली में की जा रही जैविक खेती का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने किसान पालीवाल से जैविक खेती के बारे में जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। ग्रामीण विकास सचिव आशुतोष पेडनेकर, कलेक्टर नीलाभ सक्सेना, कृषि व उद्यान विभाग के उपनिदेशक रामलाल, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक बी डी शर्मा आदि गांव धंधावली पहुंचे तथा कृषि विभाग के सहयोग से संचालित पॉलीहाउस का निरीक्षण किया। पॉलीहाउस में किसान राज बहादुर पालीवाल की ओर से की जा रही खीरे की फसल, जैविक पपीता, गोभी और गन्ने की फसल का अवलोकन किया। इस अवसर पर अधिकारियों ने सोलेराइजेशन की प्रकिया के बारे में जानकारी ली। कृषि अधिकारियों ने बताया कि अत्यधिक तीव्र प्रकाश में पर्णहरित का प्रकाशीय ऑक्सीकरण होने लगता है। इस स्थिति को सोलेराइजेशन कहते है। इसमें प्रकाश संश्लेषण की दर अत्यधिक गिर जाती है। खेत में वायरस खत्म करने के लिए और भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए सॉलेराइजेशन किया जाता हैं। इससे फसल की मात्रा और गुणवत्ता बढती है। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव, कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों ने लोगों से जैविक खेती को अपनाने की बात कही।