सवाई माधोपुर 2 मई। 13 वर्षों से फिजियोथेरपी क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे रणथंभौर रोड स्थित साई फिजियोथेरेपी एंड होम्योपैथी क्लिनिक के डॉ. अमित जैमिनी जो कि न्यूरो फिजियोथेरेपी के विशेषज्ञ हैं।
उन्होने बताया कि जिले में पहले सामान्य जोड़ों के दर्द के मरीज ही थेरेपी करवाने आते थे परंतु पिछले कुछ वर्षों से लकवे के मरीज (हाथ व पैर), तथा मुह के लकवे, सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस (गर्दन में नस दबना), लम्बर स्पोंडिलोसिस(कमर में नस दबना), स्लिप डिस्क या कहें कि छल्ले का खिसकना साथ ही रीड की हड्डी के ऑपरेशन के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इन सभी समस्याओं में मरीज को दर्द, हाथ पैरों में सूनेपन, हाथ पैरों का काम ना करना, संतुलन ना बनना, चल फिर ना पाना आदि परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इन सभी परेशानियों में रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम की मदद से जल्द ही आराम पहुचाने की कोशिश की जाती है।
इसी क्रम में डॉ अमित जैमिनी बताते हैं कि हमने क्लिनिक पर दर्द व रिहैबिलिटेशन (पुनर्वास) के मरीजों की अलग अलग व्यवस्था कर अत्याधुनिक मशीनें तथा थेरेपी के एडवांस्ड इक्विपमेंट के साथ उन्हें स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने की व्यवस्था कर रखी है, डॉ जैमिनी अभी तक लगभग 38000 से भी ज्यादा मरीज देख चुके हैं तथा उनके पास सवाई माधोपुर व राजस्थान ही नहीं बल्कि आसपास के अन्य राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, दिल्ली, नोएडा, गुजरात तक के भी मरीज स्वास्थ्य लाभ लेने आते हैं।