भरतपुर, 18 मई 2024 | समता आंदोलन एक विचारधारा है जिसमें एक बार आरक्षण प्राप्त करने के बाद उस सीमा रेखा को पार करने के उपरांत भी आरक्षण का लाभ लिया जाकर अन्य वंचित लोगों को उन लाभों से वंचित रखा जा रहा है इसके लिए सभी को आरक्षण का लाभ मिले सीमा रेखा को पार करने वाले परिवारों को उस आरक्षण लाभ से अलग कर दिया जाए जो जिस कैटेगरी में पात्र व्यक्ति है वह लाभ ले सके, ऐसी विचारधारा के साथ समता आंदोलन अपनी मुहिम को संचालित कर रहा है | आज इसी विचारधारा को लेकर तिलक नगर स्थित आयुर्वेद विभाग से सेवानिवृत्त अतिरिक्त निदेशक मुकुट शर्मा के निवास पर श्री ब्राह्मण सेवा समिति के अध्यक्ष नत्थीलाल दीक्षित की अध्यक्षता में समता आन्दाेलन समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर जिलाध्यक्ष केदारनाथ पाराशर एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर सेवानिवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी सतीशचन्द गुप्ता, समतावादी सक्रिय कार्यकर्ता एडवोकेट शुभनेश पाराशर, अशोक शर्मा सारस मौजूद रहे | बैठक की शुरुआत समता गान से की गई। बैठक में समता आन्दोलन के सदस्यों का परिचय करवाया गया। जिसमें संभागीय स्तर पर समता आन्दोलन के स्थापना महोत्सव के मनाए जाने पर विभिन्न बिन्दुओं पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिए गए। जिसे 25 मई 2024 सायं पांच बजे गिरीश रिसॉर्ट काली की बगीची पर मनाए जाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया । यह भी विचार व्यक्त किए गये कि समता आन्दोलन के स्थापना महोत्सव कार्यक्रम से अधिक से अधिक लोगों को अवगत कराने के लिए वार्डवाइज मीटिंग आयोजित की जानी चाहिए। महिलाओं व युवाओं की भागीदारी भी अधिक से अधिक होनी चाहिए। उपस्थित सभी समतावादी सदस्यों ने एट्रोसिटी एक्ट, पदोन्नति में आरक्षण, जातिगत आरक्षण आदि का पुरजोर विरोध किया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष केदारनाथ पाराशर, श्री ब्राह्मण सेवा समिति के अध्यक्ष नत्थीलाल दीक्षित, हरीचरन गुप्ता, शंकरलाल शर्मा, आयुर्वेद विभाग के सेवानिवृत्त अतिरिक्त निदेशक मुकुट शर्मा, हरीश मुद्गल, कमलराम दूंदूपुरा, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य बलराम भारद्वाज, रमेश ठेकेदार, भारतभूषण अग्रवाल, बनवारी पंडित, प्रकाशचन्द बंसल, बाबूलाल कटारा, मदन मोहन शर्मा, धर्मसिंह शर्मा मलाह, रजनीकान्त गुप्ता, निरंजन लाल शर्मा, आयुर्वेदाचार्य सतीश शर्मा, रामावतार गुप्ता, शर्मा आदि मौजूद रहे।