संस्कृत ने भारतीयों को संस्कार व सम्मान दिया शर्मा
शाहपुरा|संस्कृत भारती अजमेर विभाग द्वारा आदर्श विद्या मंदिर गांधीपुरी शाहपुरा में चल रहे संस्कृत भाषा बोधन वर्ग के द्वितीय दिन प्रांत सह मंत्री मधुसूदन शर्मा ने सामूहिक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा विश्व भाषाओं की जननी है। संस्कृत ने भारतीयों को संस्कार दिया, सम्मान दिया, समरसता का भाव दिया। वर्ग संयोजक परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने बताया कि वर्ग के प्रार्थना सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह बनवारी लाल सोनी ने कहा कि सामाजिक समरसता, धर्म, संस्कृति और राष्ट्र को यदि समझना है तो संस्कृत को पढ़ना बहुत जरूरी है। संस्कृत भाषा में जो माधुर्य हैं वह अन्य किसी भाषा में नहीं है। वर्ग में क्रिया पदों के बहुवचन रूप, द्वितीया विभक्ती ज्ञान, प्रत्यय ज्ञान, भूत कालीन क्रिया पदों का ज्ञान सरल संस्कृत वाक्यों के द्वारा वर्ग के शिक्षक प्रशिक्षण दे रहे हैं। वर्ग में प्रतिदिन योग प्राणायाम, संस्कृत भाषा क्रिड़ा, सामूहिक सत्र एवं प्रार्थना का आयोजन होता है। प्रतिदिन नगर के गणमान्य नागरिक शिविर अवलोकन हेतु आते हैं। वर्गाधिकारी तेजपाल उपाध्याय, प्रहलादराय सनाढ्य, अनुज कांटिया, विजय कुमार व्यास, विपिन कुमावत, वीरेंद्र सिंह खंगारोत, जयंत जीनगर ने शिविर का अवलोकन किया।
मूलचन्द पेसवानी