बांसवाड़ा| आज मंगलवार दिनांक 11 जुन 2024, ज्येष्ठ शुक्ल चतुर्थी, वि. सं. २०८१ को संत श्री हरिहरस्वरूप दासजी महाराज का 122वा अवतरण दिवस, “हरिहर जयंती” उत्सव के रूप में श्री दास हनुमानजी मंदिर, गांधी मूर्ति पर “श्री हनुमत चरित्र” के संगीतमय पाठ द्वारा श्रद्धाभक्ति पूर्वक मनाया जाएगा। “श्री हनुमत चरित्र प्रचार समिति” के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस आयोजन में नगर के समस्त सत्संग मंडलों एवं श्रद्धालु भक्तजनों का सानिध्य प्राप्त होगा। बांसवाड़ा धर्म जगत में हनुमान भक्ति में प्रचलित “श्री हनुमत चरित्र” ग्रन्थ की रचना श्री १००८ श्री हरिहरस्वरूप ब्रह्मचारी जी महाराज द्वारा की गई थी ।
महाराज श्री द्वारा इस पद्यमय ग्रन्थ के सात अध्यायों में श्री हनुमान जी महाराज की जन्म कथा एवं बाल लीलाओं से लेकर सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग में श्री हनुमानजी महाराज की सुन्दर अवतार लीलाओं का मधुर गुणगान किया गया है और साथ ही इस ग्रन्थ में सम्पूर्ण ”सुन्दरकाण्ड” भी महाराज श्री की स्वयं की लेखनी में वर्णित हैं । संवत उन्नीस सौ सत्तानवे आश्विन शुक्ल जान। शरद पूर्णिमा भौम दिन, पूर्ण हुआ गुणगान || महाराज श्री द्वारा “श्री हनुमत चरित्र” ग्रन्थ की रचना का लेखन शरद पूर्णिमा विक्रम संवत 1997 तदनुसार 15 अक्टूबर 1940 को पूर्ण हुआ था। “श्री हनुमत चरित्र” का संगीतमय पाठ राधेश्याम तर्ज एवं विभिन्न राग-रागिनियों में तब से आज तक निरन्तर वागड क्षेत्र (बांसवाड़ा-डूंगरपुर) के विभिन्न सत्संग मण्डलों द्वारा किया जाता है |”श्री हनुमत चरित्र” ग्रंथ के 82 वर्षों के इतिहास में अब तक ग्यारह संस्करणों द्वारा ग्यारह हजार पुस्तकें प्रकाशित की जा चुकी हैं। वर्ष 2020 में समिति द्वारा पुस्तक का इंटरनेशनल स्टैंडर्ड बुक नम्बर ISBN : 978-935416-010-3 भी प्राप्त किया जा चुका है। समिति द्वारा “श्री हनुमत चरित्र’ ग्रंथ की एंड्राइड एप्पलीकेशन https://play.google.com/store/apps/details?id=com.eway.hanumatcharitra
एवं यु ट्यूब पर “श्री हनुमत चरित्र” की वीडियो बुक https://youtu.be/8q5zP0BwX6A जैसे आधुनिक माध्यमों द्वारा भी “श्री हनुमत चरित्र” का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। ये जानकारी किंकर कपिल जोशी “हरि नन्दन”संस्थापक -श्री हनुमत चरित्र प्रचार समिति, बांसवाड़ा ने दी।