भीलवाड़ा|विधायक अशोक जी कोठारी ने शहर में जनता की विशेष शिकायतों पर पूरे शहर का चार घंटे का धूप में दौरा करते हुए सर्वप्रथम पांडू नाल पहुंचे। वहां अधिकारियों को मौके पर बुलाकर कहा कि बारिश सर पर आ चुकी है। धीमी गति से काम नहीं चलेगा, दो-तीन जै सी बी लगे व ठेकेदार को पाबंद करें और नाले को साफ कर मुझे अवलोकन करावें।
फिर अरिहंत के पास रामधाम से वाल्मीकि बस्ती नाले पर पहुंचे जहां अधिकारियों ने बताया जेसीबी उतर नहीं सकती है, विधायक ने तुरंत निर्देश दिए यह कार्य मैन्युअल लेबर व मैनपॉवर के माध्यम से करावें।
उसके तुरंत बाद शास्त्री नगर निवासियों की शिकायत थी जैसे ही बारिश आती है घरों में पानी घुस जाता है। पूर्व में भी इस नाले का निरीक्षण किया था, यहां के निवासियों ने बताया सिर्फ ठेकेदार साइट पर आए थे व खाना पूर्ति कर गया है। सिर्फ 2 घंटे ही जेसीबी चली है। नाला अभी भी गंदा पड़ा है। इस पर अधिकारियों को कहा मुझे आश्वासन नहीं नाला साफ चाहिए। नाले का पानी बरसात में सड़क पर बिल्कुल नहीं आना चाहिए। जनता को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
आगे बढ़ते हुए बड़ला चौराहा गांधी सागर तालाब पहुंचे, वहां विधायक ने फिर अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा हमने आपको पूरा समय दिया, फिर भी आप कछुए की चाल चल रहे हैं। मलबा व गंदगी भरी पड़ी है व साबुन फैक्ट्री तथा कॉलेज के बाहर भी आवश्यक सफाई नहीं हुई है। इस पर तुरंत ध्यान दें।
आगे पंचमुखी मोक्ष धाम नाले पर देखा जहां पर भी सफाई पूरी तरह नहीं हुई तो स्पष्ट कहा कि यह संतोषजनक नहीं है। उसके तुरंत बाद स्काउट गाइड ट्रेनिंग सेंटर पहुंचे जहां की दीवार के निर्माण व सार्वजनिक शौचालय जो खंडहर के रूप में तब्दील हो गया है उसकी मरम्मत करवाने के निर्देश दिए।
मीडिया प्रभारी सत्यम शर्मा ने बताया कि विधायक कोठारी तत्पश्चात मानसरोवर झील पहुंचे जहां हजारों जलीय जीव व मरी हुई मछलियों को देखकर उखड़ से गए और अधिकारियों को कहा यह क्या हो रहा है यह आपकी कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़े करता है? मैं यहां खड़ा हूं अभी लवाजमा मंगवाओ, मेरे सामने इसको तुरंत साफ करने का कार्य प्रारंभ करो। मुझे अविलंब मानसरोवर झील साफ मिलनी चाहिए।
आगे बढ़ते हुए नेहरू तलाई (धांधोलाई) को देखा। प्राकृतिक जल का स्रोत बंद पड़ा है। उन्होंने निर्देश दिए कि इसमें पाइप डालने की योजना बनाएं तथा यहां इरेक्शन (ऑक्सीजन) की उपयुक्त व्यवस्था करें। पास उद्यान में बच्चों की ट्रेन व फव्वारा भी ठीक कर चालू करावें।
तत्पश्चात शिवाजी गार्डन पहुंचे जहां पर फाउंटेन नहीं चल रहे थे, बोटिंग बंद पड़ी थी, जल भी सही नहीं था, बच्चों के खेलने का घोड़ा भी टूट पड़ा था। कबूतर खाना भी मरम्मत मांग रहा था ।पेयजल की व्यवस्था भी सुचारू नहीं थी और शौचालय में पानी नहीं था। इस पर अधिकारियों को फिर कहा आप जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करें और कार्य की गति को बढ़ाएं तो उचित रहेगा।
अंत में गौरव पथ के अवलोकन में भी नाराजगी जाहिर की, यह शहर में बाहर से आने का प्रवेश रोड़ है, इसको पौधारोपण करते हुए सुंदर बनाएं। मौके पर ही अधिकारियों से कहा कि शहर की मानसरोवर झील, शिवाजी गार्डन, स्मृति वन, नेहरू तलाई तथा जितने भी उद्यान है इनकी योजनाएं बनाकर तुरंत कार्य प्रारंभ करें। शहर के यह स्थल रमणीय व सुंदर बनें, यह हमारा उद्देश्य होना चाहिए।
आर सी व्यास व आर के कॉलोनी की बाउंड्री की लोहे की रेलिंग जो चोरी हो रही है, इनका दायित्व बनता है आप पुलिस में शिकायत दर्ज करावे, सरकारी संपत्ति की चोरी बर्दाश्त नहीं करनी चाहिए।
इस दौरान कार्यालय टीम से अर्पित कोठारी, शंभू वैष्णव, दिनेश सुथार, शंकर गुर्जर, गजेंद्र सिंह राठौड़ भी उपस्थित थे।