उपवन संरक्षक गौरव गर्ग के मार्गदर्शन तथा रेंजर प्रशांत भट्ट के सानिध्य मे पांसल ग्राम स्थित नर्सरी मे तैयार मदर बैड पर किया बीजारोपण
भीलवाड़ा।पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र मे अग्रणी संस्था सुमंगल सेवा संस्थान एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न फलों के 750 बीजों का बीजारोपण किया गया। आयोजन संयोजक अमित काबरा ने बताया कि आगामी वर्षा ऋतु को देखते हुए संस्थान के सभी सदस्यो द्वारा आम, लिची, जामुन, इमली, ऑवला, सीताफल, पपीता, सहित अनेक प्रकार के फलो के बीज को एकत्रित करने की घर घर जाकर अपील की जा रही है जिससे कि फल की उन गुठलियों को पुनः बीजारोपण किया जा सके और बीजारोपण आयोजन के इसी क्रम मे उप वन संरक्षक गौरव गर्ग के मार्गदर्शन तथा रेंजर प्रशांत भट्ट के सानिध्य मे सभी सदस्यो द्वारा पांसल ग्राम स्थित नर्सरी मे आम, लिची सहित अनेक फलो के एकत्रित लगभग 750 गुठलियों का नर्सरी मे तैयार मदर बैड पर बीजारोपण किया गया। पांसल नर्सरी मे कार्यरत वनरक्षक वंदना शर्मा ने इन फलो के बीजारोपण की प्रक्रिया समझाने के साथ ही बताया कि फलदार पौधे लगाने से पर्यावरण को तो संरक्षण मिलता ही है साथ ही पशु पक्षियों के लिए भी पोषण की उपलब्धता रहती है, इसलिए वन विभाग भी अपने स्तर पर जन सहभागिता से फलो के बीज एकत्रित करने के साथ ही उनका बीजारोपण कर पौधो के रूप मे विकसित करता है और पौधारोपण के लिए आमजन को उपलब्धता करवाता है। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष शिव नुवाल ने पर्यावरण तथा जीव जंतुओं की सुरक्षा के लिए सभी से अपील की है कि फल को खाने के बाद उनकी गुठलियो को फेंकने के बजाय उन्है एकत्रित कर पुनः बीजारोपण हेतु वन विभाग अथवा संस्था के सदस्यो को सूचित कर इस अभियान मे सहयोग किया जा सकता है। फलों के बीजारोपण के इस आयोजन मे संस्थान के संस्थापक सदस्य दीपक समदानी, अशोक चैहान, पवन पंवार, विजय लक्ष्मी समदानी, सार्थक भदादा, लता चैहान, वन विभाग मे कार्यरत स्टोर कीपर उमेश शर्मा, परमा बाई, संतोष बाई, कनिष्का श्रृंगि सहित अनेक सदस्यो द्वारा सहयोग किया गया।