बागीदौरा|भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के बैनर तले बागीदौरा उपखंड अधिकारी रामचंद्र खटीक को मुख्यमंत्री ने नाम सौंपा ज्ञापन। ज्ञापन में बताया कि राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा एक वीडियो जारी कर उसमें कहा गया कि “वे आदिवासी समुदाय के लोग जो हिंदू धर्म को नहीं मानते हैं उन सबका डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा तथा उनके बाप का पता लगवाया जाएगा” इस तरह की टिप्पणी कर आदिवासी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई। आदिवासी समुदाय धर्मपूर्वी है जो प्राचीन काल से अपनी स्वयं की संस्कृति, परम्परा व बोली है जो अन्य सभी धर्मों से अलग करती है। संविधान के आर्टिकल 342 की परिभाषा अनुसार शिड्यूल्ड ट्राइब की विशिष्ट पहचान, परम्परा व बोली के बारे में बताया गया है। इसके बावजूद हमारा समुदाय सभी धर्मों का सम्मान करता है क्योंकि कालांतर से हमारे समुदाय ने सभी लोगों के प्रति शांतिपूर्ण, अहिंसात्मक व सहयोगात्मक रवैया अपनाया। जिससे सभी धर्म के गुरुओं ने आदिवासियों को आकर्षित किया है। इसका मतलब यह नहीं कि आदिवासी किसी धर्म के हो गए। आदिवासियों के पूर्वज Pre-Dravidian Family से है। सुप्रीम कोर्ट जजमेंट 5 जनवरी 2011 केस नंबर 10367 औए 2010 एवं हिंदू मैरिज एक्ट कानून 1955 में स्पष्ट कहा गया है कि शिड्यूल्ड ट्राइब यानी आदिवासियों पर हिंदू मैरिज एक्ट कानून लागू नहीं होगा। क्योंकि हम आदिवासियों की संस्कृति, परम्परा, शादी विवाह सभी धर्मों से अलग है मतलब साफ है कि हम आदिवासी समुदाय के लोग किसी भी धर्म के भाग में नहीं है बल्कि हम प्रकृति पूजक धर्म पूर्वी है। आदिवासियों के पूर्वज प्रकृति को धन्यवाद देने हेतु अंतिम संस्कार के समय या जब भी किसी से मिलते अभिवादन स्वरूप जोहार कहा करते थे और आज भी विद्यमान है। शिक्षा मंत्री को न आदिवासियों के लिए किए गए संवैधानिक प्रावधानों की जानकारी है और न ही वे हमारी संस्कृति से परिचित है। एक शिक्षा मंत्री होने के नाते उन्होंने कभी हमारे डीएनए टेस्ट की बात कह रहे है। इस तरह के भड़काऊ भाषा का प्रगोग कर हमारी आस्था, पहचान पर चोट पहुंचाई है। मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि अविलंब शिक्षा मंत्री को उनके पद से हटाया जाए व आदिवासी समुदाय से माफी मांगने की बात कही अन्यथा पार्टी से निष्कासित कर अनुग्रहित की मांग की। ज्ञापन के पुर्व उपखंड कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं ने ब्लड का सैंपल दिया और शिक्षा मंत्री के पते पर स्पीड पोस्ट किया। दौरान बीसीसी प्रभारी अशोक अड़, पार्टी के संभागीय अध्यक्ष कलसिंह मकवाणा, भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा ब्लॉक संयोजक अशोक डामोर, सरपंच राकेश रावत, सुखलाल रावत, शिवलाल कटारा, भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा ब्लॉक संयोजक रितेश निनामा, उप-सरपंच रणिया भाई, पंचायत समिति सदस्य धर्मेन्द्र राणा, दिलीप सिंघाड़ा, मोतीलाल निनामा, ईश्वर गरासिया, कुंदन पारगी, नीलेश डिंडोर, महेन्द्र डोडियार, पवन कलासुआ, मकन रावत, परेश डामोर, सहित सामाजिक एवं पार्टी विंग के पदाधिकारी/कार्यकर्ता मौजूद रहे। यह जानकारी जिले के पार्टी प्रवक्ता राहुल भूरिया ने दी।