नगर पंचायत द्वारा संचालित टैंकरों के दावे हो रहे फेल
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर नगर पंचायत शंकरगढ़ में पानी की एक-एक बूंद के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं। नगर पंचायत द्वारा संचालित 19 टैंकरों में सिर्फ 10 टैंकर से ही लोगों की प्यास बुझाने के लिए पानी की आपूर्ति की जा रही है। जबकि जल निगम द्वारा नगर पंचायत को 17 टैंकर मुहैया करवाया गया था वही दो टैंकर नगर पंचायत के पास खुद के हैं परंतु इस समय सिर्फ 10 टैंकरों से ही पेयजल आपूर्ति की जा रही है। बाकी के टैंकर अपनी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।वैसे तो 30 से 35000 आबादी वाले नगर पंचायत शंकरगढ़ में 12 वार्ड है एक नगर पंचायत अध्यक्ष और 12 सभासद। बावजूद इसके पानी की कमी यहां निरंतर बनी रहती है नगर पंचायत के हैं तमाम वार्डों में इन टैंकरों के माध्यम से जल आपूर्ति सही तरीके से नहीं हो पा रही है। नगर वासियों ने जानकारी देते हुए बताया कि नगर पंचायत शंकरगढ़ का नतीजा यह है की आज बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं लोग। कहने को तो 2022 में सांसद निधि से नारीबारी शंकरगढ़ पेयजल योजना की स्वीकृति चार करोड़ 67 लाख रुपए की गई थी और उसका कार्य भी पूरा हो गया लेकिन पेयजल योजना भी कमीशन खोरी की बलि चढ़ गई। जल निगम द्वारा कई ट्यूबवेल भी लगाए गए हैं परंतु वास्तव वर्तमान समय में शोपीस बनकर अपनी जिंदगी से हार मान बैठे हैं। वही जल निगम के अधिकारियों का मानना है कि प्रतिदिन वार्डों में पानी की सप्लाई की जा रही है जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है वा मुश्किल 15 से 20 मिनट ही पानी एक से दो वार्ड में पहुंच पाता है।आखिर क्यों लगाया गया है इन नगर पंचायत अधिकारी एवं बाबुओं को एवं तमाम कार्यकर्ताओं को जिनके वजह से तरस रहे लोग पानी के लिए, इनका पानी कहां पहुंच रहा है क्या लक्ष है और क्या मकसद है समझ से परे है।