बदबू से लोगों का घरों में रहना हुआ मुहाल
बड़ोदिया|कस्बे में प्रवेश करते ही असहनीय बदबू से आपका हाथ अपने आप नाक पर चला जाता है। बाईं मुख्य नहर से आगे बना बड़ोदिया का ऐतिहासिक तालाब पंचायत व प्रशासन की अनदेखी से दुर्दशा का शिकार हो रहा है। लोगों के घरों से निकलते अपशिष्ट पानी को तालाब में मिला देने से पूरे तालाब का पानी प्रदूषित हो गया है। इससे इसमें स्थित हजारों मछलियां तड़प तड़प कर मर गयी हैं। वहीं पानी मे दुर्गंध फैलने से लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों ने पंचायत से कईं बार इस बदबू को दूर करने की मांग की पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। पुरानी आबादी में लोगों ने बदबू से परेशान होकर घरों से बाहर निकलना बंद कर दिया है। गांव के मुश्ताक अहमद, सुरेश सुथार, रामनारायण ठाकोर, लक्ष्मीनारायण पानेरी, विनोद पानेरी, दीपक शुक्ला, भरत ठाकुर, परमेश्वर पाठक, मोगजी सोलंकी, ताजेंग गोयल, नरेश गोयल, गौतम गोयल, पर्वतसिंह चौहान, भंवरलाल ठाकुर सहित ग्रामीणों ने शीघ्र इस त्रासदी से मुक्ति दिलाने की मांग की है। दुर्गंध से फैलती बिमारीया – ग्रामीणों तथा तालाब के आस पास रहने वाले लोगों का कहना है बच्चो और बुजुर्गो में तालाब की दुर्गंध व गंदगी से स्कीन एलर्जी,गले में इंफेक्शन तेजी फैल रहा है । ऐसी बिमारीया गांवों में फैल रही है और सरकार और प्रशासन इस बात से अनभिज्ञ है कि गांवों की समस्यां क्याफ है तथा उन समस्या ओं को निराकरण कैसे किया जाए इसके लिए कभी प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नही उठाया जा रहा है । ग्रामीणों का कहना है बारीश का मौसम है और मोसमी बिमारीया फैलना आम बात है परंतु बडोदिया के तालाब की गंदगी से सारे गांव में बिन मौसम के बिमारीयां फैल रही है जो आने वाले समय में घातक हो सकती है। पक्का समाधान करने की मांग-ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को तथा संभागीय आयुक्त व जिला कलक्टर को ज्ञापन भेजा । ज्ञापन में बताया कि बडोदिया तालाब के बदबुदार पानी से बहुत ही परेशान है तथा यह समस्या प्रतिवर्ष होती है । ऐसे में गत वर्ष पंचायत द्वारा सफाई के नाम पर औपचारिकता कर दी जाती है । ऐसे में लोगों की मांग है कि इसका पक्का समाधान हो जाए तो आने वाले समय में तालाब में फैली गंदगी से निजात मिले । 45 लाख की नाली पर फिरा पानी-पिछली वसुन्धरा सरकार के कार्यकाल में घरों की नालियों के पानी की निकासी के लिये 45 लाख रुपये स्वीकृत किये गए थे। पंचायत ने निविदा आमंत्रित कर सम्बंधित फर्म को कार्यादेश जारी कर नाली भी बनवाई है। वर्तमान में नाली की सफाई नहीं होने एवं कईं जगह से टूट जाने के कारण खराब पानी तालाब के पानी में मिल रहा है। बड़ोदिया की ग्राम देवी वाराही माता का मंदिर भी तालाब के किनारे है। ऐसे में यहां दर्शन के लिए जानेवाले श्रद्धालुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इधर ग्रामीणों ने बदबू से महामारी फैलने का अंदेशा जताया है। उन्होंने कहा कि दो दिन में तालाब के पानी की सफाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।