बांसवाड़ा| महर्षि दयानन्द सरस्वती गुरुकुल बड़ोदिया के बच्चों को आज शनिवारीय कार्यक्रम की श्रृंखला मे वागड़ के पावागढ़ कहे जाने वाले वागड़ तीर्थ नंदनी माता का वन भ्रमण कराया! बड़े ही उत्साह के साथ विद्यार्थियों ने नंदनी माता की पहाड़ी की चढ़ाई कर दर्शन लाभ लिया तथा मंदिर के समीप विराजित रामदास जी महाराज का आशीर्वाद भी प्राप्त किया! जहाँ चर्चा सत्र के दौरान विद्यार्थियों को फूलों एवं पौधों बारे विस्तार से जानकारी दी। प्रभारी अध्यापक सुरेश पाटीदार ने विद्यार्थियों को पौधों के कार्यों, उसके भाग और महत्व के बारे में बताया! उन्होंने कहा कि ये सभी प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाने के साथ-साथ मनुष्य के सच्चे साथी हैं। रोशन शर्मा ने विभिन्न जलवायु में होने वाले फूलदार, झाडिय़ों वाले तथा तने वाले पौधों के बारे में अवगत कराया। इससे आस-पास के वातावरण में सौरभ भर जाता है और प्राकृतिक संतुलन भी बनता है। इनके आस-पास भंवरे मंडराते हैं और कड़वे मकरंद का पान करके मधुर रस का उत्पादन करते हैं। विनीत पाटीदार ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा की मनुष्य को भी अधिकाधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए जो दूसरों को छाया व फल प्रदान करते रहें। इस अवसर पर हेमन्त सिंह शेखावत, खुशपाल भोई, कमलकांत सहित स्टॉफ सदस्य मौजूद थे।