अभियान का हुआ शुभारंभ, स्कूली बच्चों को निःशुल्क चश्मों का किया वितरण
अब जिले के बच्चों में आंखों की कमजोरी होगी दूर, दिखेगी सफलता की राह
लगभग 2.50 लाख बच्चों की होगी स्क्रीनिंग, 10 हजार से अधिक बच्चों को उपलब्ध कराए जाएंगे निःशुल्क चश्में
भीलवाडा|देश के भावी भविष्य निर्माताओं के सफलता की और बढ़ रहे कदम न रूके तथा नेत्र दृष्टिदोष के कारण जिले के छात्र-छात्राओं को अध्ययन में किसी तरह कि परेशानी का सामना न करना पड़े। इसी सोच के साथ जिला कलक्टर नमित मेहता ने शनिवार को जिले में नवाचार के तहत ‘‘नेत्र ज्योति अभियान’’ का शुभारंभ किया। अभियान की शुरूआत नगर परिषद टाउनहॉल में जिला स्तरीय समारोह के साथ की गई।
अभियान के शुभारम्भ के अवसर पर जिला कलक्टर ने कहा कि नेत्र ज्योति अभियान का मकसद है कि जो हमारे स्कूली बच्चें है जिनके दृष्टिदोष है, जिनकी आंखे कमजोर है तथा जिन्हें चश्में की आवश्यकता है। ऐसे लगभग 10 हजार बच्चों को नजर के चश्मे वितरित किए जाएंगे, जिसकी शुरूआत आज से की गई है। अगले 1 महीने तक अभियान चलाया जाएगा।
अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में लगभग 2 से 2.5 लाख बच्चों की स्क्रीनिंग की जा रही है। कमजोर नजर वाले ऐसे बच्चों को भामाशाहों के माध्यम से चश्में उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि स्कूल में पढाई में कमजोर रहने का एक मुख्य कारण आंख में कमी भी हो सकती है। चश्में लगाने पर साफ दिखाई देगा तो पढ़ाई में मन अधिक लगेगा और बच्चों के जीवन में बदलाव भी संभव हो सकेगा। इसके लिए जिला कलक्टर ने स्वयंसेवी संगठनों को आगे आकर इस पुनीत कार्य में भागीदारी निभाकर कार्य करने के लिए कहा।
सीएमएचओ डॉ. सीपी गोस्वामी ने बताया कि अभियान के प्रथम दिन टाउनहाल में 114 बच्चों को निःशुल्क चश्में का वितरण किया गया। अब ब्लॉक तथा उपखण्ड स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर निःशुल्क चश्मों का वितरण किया जाएगा।
क्या है नेत्र ज्योति अभियान?
‘‘नेत्र ज्योति अभियान’’ के तहत दृष्टि दोष से ग्रस्त जिले के राजकीय विद्यालयो में अध्ययनरत छात्र-छात्राओ का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत स्कूली विद्यार्थियो को जिला प्रशासन द्वारा निःशुल्क चश्में उपलब्ध कराये जा रहे है। अभियान मे अब तक भीलवाडा जिले के 1823 राजकीय विद्यालयों मे कक्षा 1 से 12 तक के 2,36,564 विद्यार्थियो का नेत्र परीक्षण किया जा रहा हैं।
इस प्रकार हुई अभियान की क्रियान्विति
जिला कलक्टर नमित मेहता ने बच्चों की पढ़ाई में आंखों में कमजोरी के कारण बच्चों को आने वाली समस्याओं को भांपा। उन्होंने जिला निष्पादन समिति की बैठक में जिले के समस्त राजकीय विद्यालयों की कक्षा 1 से 12 वीं के छात्र-छात्राओं की स्क्रीनिंग कर निःशुल्क चश्में वितरण की कार्ययोजना के संबंध में निर्देशित किया। चश्मा वितरण कार्यक्रम में भामाशाहों का सहयोग लिया जा रहा है।
कार्यक्रम के सफल कियान्वयन के लिए 2 जुलाई को जिला मुख्यालय पर समस्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय को विभाग द्वारा अभियान की जानकारी देकर प्रशिक्षण दिया गया। इसके पश्चात 3 जुलाई को जिले के सभी ब्लॉक स्तर पर शिक्षा विभाग के 265 पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियो (पीईईओ) एवं 262 संदर्भ अध्यापक (कुल 527 अधिकारियो) को चिकित्सा विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिनके द्वारा इनके अधीनस्थ संस्था प्रधान व प्रभारी शिक्षक को विजन चार्ट उपलब्ध करवाकर प्रशिक्षित किया गया। साथ ही जिला मुख्यालय से चिकित्सा विभाग व शिक्षा विभाग के जिलास्तरीय अधिकारीयो द्वारा वी.सी के माध्यम से पुनः अभियान की जानकारी देकर माईकोप्लान तैयार किया गया।
भीलवाडा लॉयन्स क्लब वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा उपखण्ड माण्डलगढ़, बिजौलिया, हमीरगढ व भीलवाडा शहर में, बृजेश बांगड मेमोरीयल हॉस्पीटल द्वारा उपखण्ड रायपुर, गंगापुर व करेड़ा, रामस्नेही चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र द्वारा उपखण्ड आसीन्द, माण्डल व गुलाबपुरा के राजकीय विद्यालयो के छात्रो का नेत्र परीक्षण कर चश्में के नंबर उपलब्ध करवाये जा रहे है।