जहाजपुर का प्राचीन नाम यज्ञपुर होने से यज्ञपुर का नामकरण विधानसभा से कराने पर जोर

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जहाजपुर में भागवत कथा के आयोजन को लेकर की बैठक, धर्म और संस्कृति के महत्व पर जोर

शाहपुरा|शाहपुरा जिले में आगामी 20 से 26 अगस्त 2024 तक यज्ञ नगरी जहाजपुर में आयोजित होने वाली स्वामी श्री उत्तम स्वामी जी महाराज की भागवत कथा के आयोजन को लेकर श्री राम बाबा ने जहाजपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में नगर के समस्त हिंदू समाज के अध्यक्ष, पंच, और वरिष्ठजनों ने भाग लिया, और कथा के आयोजन की योजनाओं पर चर्चा की।
बैठक का आयोजन दोपहर को गायत्री मंदिर प्रांगण में किया गया, जहां नगर की महिला मंडल ने उत्साहपूर्वक योगदान देने का संकल्प लिया। इसके बाद, शाम 7 बजे अग्रवाल भवन में एक व्यापक बैठक आयोजित की गई, जिसमें नगर के विभिन्न समाजों के प्रबुद्ध जनों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर श्री राम बाबा ने सभी समाज के प्रतिनिधियों को निमंत्रण पत्रिका और पीले चावल देकर कथा के आयोजन के लिए आमंत्रित किया।
धर्म और संस्कृति का महत्व—
श्री राम बाबा जी महाराज ने इस अवसर पर कहा, “धर्म और कर्म के बिना जीवन प्रगति के पथ पर नहीं बढ़ सकता। इसके लिए गुरुदेव का आशीर्वाद और धार्मिक आयोजनों की आवश्यकता है। यही हमारी भारतीय संस्कृति की मूल पहचान है।” विधायक गोपीचंद मीणा ने कहा कि “सनातन धर्म ही हमारी भारतीय हिंदू संस्कृति का मूल मंत्र है। हम सभी इस आयोजन को दिव्य और भव्य बनाने के लिए संकल्पित हैं और तन-मन-धन से सहयोग करेंगे।”
पौराणिक महत्व और नए प्रस्ताव—
वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद तिवारी ने बताया कि जहाजपुर का प्राचीन नाम यज्ञपुर है और इस नगर का पौराणिक महत्व भी है। वे चाहते हैं कि भागवत कथा के मंच से इस नगर का नाम यज्ञपुर के रूप में मान्यता प्राप्त हो, और यह प्रस्ताव राजस्थान की विधानसभा तक पहुंचे। प्रधान पति किशोर शर्मा ने कहा कि “धर्ममय वातावरण को लेकर सभी समाज सामूहिक रूप से बैठके करें और घर-घर तक संदेश पहुंचाएं। हम विशेष अभियान के माध्यम से कथा का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।”
समाज के विभिन्न प्रतिनिधियों की सहभागिता—
बैठक में टांक समाज, ब्रह्म समाज, पारीक समाज, अग्रवाल समाज, ओसवाल जैन, माहेश्वरी समाज, रेगर समाज, जांगिड़ समाज, सिंधी समाज, सेन समाज, गोड समाज और अन्य समाजों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने एक स्वर में कथा को दिव्य, भव्य, और ऐतिहासिक बनाने का संकल्प लिया और अपनी जिम्मेदारियां सुनिश्चित की।
आयोजन समिति के भवर टांक ने बताया कि आवश्यक तैयारियों के तहत लाइट, टेंट, माइक, भोजन, प्रचार प्रसार आदि की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। कथा के लिए प्रशासनिक स्वीकृति, आवास व्यवस्था, और स्वामी जी के निवास की व्यवस्था की जा रही है। कथा में मुख्यमंत्री, वसुंधरा जी, अन्य मंत्री, विधायक, स्वामी जी के अनुयायी और कई वीआईपी अतिथियों के आगमन की उम्मीद है।


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