आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
बयाना 21 अगस्त। एससी एसटी के आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में बुधवार को भारत बंद के तहत बयाना में एससी एसटी संगठनों की ओर से शहर के बाजारों में होकर रैली गई। दोपहर 12 बजे रैली गांधी चौक से शुरू हुई, जो छोटा बाजार, जवाहर चौक, महादेव गली, आजाद मंडी, गुरुद्वारा रोड, शिवगंज मंडी रोड, सूपा मार्केट, सुभाष चौक, बजरिया, बस स्टैंड रोड, पंचायत समिति, मीराना तिराहा, कचहरी रोड होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंची। एसडीएम कार्यालय पर संगठनों के प्रतिनिधियों ने जिला ऑब्जर्वर राजस्व अपील अधिकारी अखिलेश पिप्पल और एसडीएम राजीव शर्मा को राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में एससी एसटी आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं करने की बात कही गई है। रैली में एससी-एसटी वर्ग के लोग हाथों में तिरंगा और नीला झंडा लिए डॉ भीमराव अंबेडकर के जयकारे लगाते हुए चल रहे हैं। लोगों ने हाथों में केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां लिए हुए थी। पुलिस प्रशासन और व्यापारियों की सूझबूझ से रैली शांतिपूर्ण तरीके से निकली। व्यापारियों ने स्वैच्छिक रूप से बाजार बंद रखे। इससे तनावपूर्ण हालात नहीं बने। रैली में काफी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं। एससी एसटी संगठनों की ओर से जाटव समाज के अध्यक्ष दान सिंह जाटव महामंत्री किशन चंद्र वर्मा, राकेश जाटव, रूपकिशोर सेजवाल, नवल सिंह, सुरेशचंद्र जाटव, पुष्पेंद्र टाइगर, राजकुमार, प्रताप सिंह, बृजेश जाटव एडवोकेट, डॉ करण सिंह मीणा, पूर्व सरपंच कमल मीणा आदि करीब 5 हजार लोग मौजूद रहे।
उधर शांतिपूर्ण रैली निकालने के बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली। सुबह से ही ऑब्जर्वर अखिलेश पिप्पल, एसडीएम राजीव शर्मा, एडिशनल एसपी बृजेंद्र सिंह भाटी, डिप्टी एसपी अमर सिंह मीणा, तहसीलदार विनोद मीणा, एसएचओ बाबूलाल गुर्जर, सदर थाना प्रभारी बलराम यादव आदि रैली की मॉनिटरिंग करते हुए पल-पल की अपडेट लेते दिखे। अधिकारी भी रैली के साथ-साथ चले। रैली को देखते हुए पुलिस लाइन और सर्कल के थानों से अतिरिक्त जाब्ता बुलवाया गया था।
हालांकि रैली के समापन के बाद ग्रामीण इलाकों से आए लोगों के शहर से बाहर जाने के बाद बाजार में धीरे-धीरे दुकानें खुलना शुरू हो गई। लेकिन इंटरनेट बंद रहने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।