विनाश काले विपरीत बुद्धि बुरे कर्मों के कारण, पवित्र मति माताजी

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कुशलगढ| नौगामा में परम पूज्य विज्ञान मति माताजी की शिष्या 105 पवित्रमति माताजी गरिमा करण मति माताजी का मंगल चातुर्मास नौगामा नगर में चल रहा है चातुर्मास के तहत आज रविवार को 1008 आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर 1008 भगवान महावीर समवशरण मंदिर जी विशेष शांति धारा अभिषेक के बाद चातुर्मास पंडाल में मंगल प्रवचन हुआ मंगल प्रवचन में कहां के मनुष्य के बुरे कर्मों के कारण विनाशकाले विपरीत बुद्धि आती है उस समय उसके पापों का उदय होता है तो अच्छे कार्य करने जाओ तो भी उसकी बुद्धि बुरे कार्यों की ओर दौड़ती है इसलिए हमेशा जीवन में सदैव अच्छे कार्य करने चाहिए बुरे कार्यों से दूर रहना चाहिए माताजी ने “लब्धि विधान” की महिमा बताइ जो कि प्रतिवर्ष इस माह के चौथ के दिन से शुरू होता है और यह विधान तीन दिन तक चलता है आज प्रवचन से पूर्व जैन पाठशाला के छात्रों द्वारा सामूहिक रूप से पूजन की गई व मंगलाचरण किया गया एवं डडुका नगर से पधारे जैन पाठशाला के छात्र एवं उनके अध्यापक अजीत जी कोटिया मनोज जैन हाडर्पिपलिया मध्य प्रदेश से पधारे विजय जी छाबड़ा सुमित जी छाबड़ा का चातुर्मास कमेटी अध्यक्ष निलेश जैन राजेंद्र गांधी नरेश जैन द्वारा पगड़ी पहनकर दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मान किया गया एवं उन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया प्रवचन के बाद गरिमामती माताजी द्वारा प्रश्न मंच किया गया एवं प्रश्न मंच का पुरस्कार दोषी मनीष जयंतीलाल द्वारा दिया गया कार्यक्रम का संचालन दीपक पंचोली द्वारा किया गया उक्त जानकारी जैन समाज प्रवक्ता सुरेश चंद्र गांधी द्वारा दी गई।


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