मौसमी बीमारियों की बचाव के लिए चिकित्सा विभाग ने की फॉगिंग सहित अन्य व्यवस्थाएं

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सवाई माधोपुर, 2 सितम्बर। जिले में मौसमी बीमारियों, मलेरिया, डेंगू वायरल प्रकोप को रोकने के लिए चिकित्सा विभाग उच्चाधिकारियों की निगरानी में एंटी लार्वा गतिविधियों के साथ-साथ आमजन को जागरूक करने में जुटा हुआ है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थय अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना ने बताया कि मच्छर जनित बीमारियों के मौसम को देखते हुए इसके बचाव व रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक कदम उठाए हैं। विभाग की ओर से रोकथाम व बचाव के लिए एन्टी लार्वल गतिविधियां, फॉगिंग, सर्वे व जागरूकता के लिए स्वास्थ्य दल अपने-अपने संबंधित क्षेत्रों के घरों मे भ्रमण कर रहे है। साथ ही मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विभाग की ओर से अभियान भी शुरू कर दिया है, जिसके तहत स्वास्थ्य दल डोर टू डोर जाकर बचाव व रोकथाम के लिए गतिविधिया कर रहे है। तथा शहरी क्षेत्र में जल भराव वाले क्षेत्रों एवं स्लम एरिया तथा प्रभावित इलाकों की सूची तैयार कर एक माइक्रोप्लान बनाकर फोगिंग, सर्वे एवं एन्टी लार्वल गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
ये रखें सावधानिया:- मच्छर जनित बीमारियों के बचाव के लिए हमें सतर्क व सजग रहना बेहद जरूरी है। बीमारियों पर अंकुश लगाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी मच्छरों को पनपने से रोकना है इसलिए हमें अपने घर से शुरूआत करनी होगी। घर में रखे गमले, मटके, छतों पर अनावश्यक पड़े टायर, कबाड़ आदि में मच्छर पनपते हैं। बेम्बू, बोतल आदि में लगे पौधों में भी लार्वा पैदा हो जाते हैं, इनके पानी को सप्ताह में दो बार अवश्य बदलें। नियमित रूप से सफाई अभियान घर में भी चलाएं। घरों के आस-पास भी पानी एकत्रित न होने दें। कूलर व फ्रिज के पीछे लगी ट्रे को नियमित रूप से साफ करें। सभी अधिकारियों व कार्मिकों को गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं। पूरी बाजू के कपड़े पहनें। बुखार आदि होने पर झोलाछाप लोगों के पास न जाएं बल्कि नजदीकी चिकित्सालय में संपर्क करें। नीम की पत्तियों का धुंआ घर में फैलाएं, पानी के बर्तन को खुला न रखें, किचन एवं बाथरूम को सूखा रखें, कूलर का पानी सुबह-शाम बदलें। शरीर पर मच्छर को दूर रखने वाली क्रीम लगाएं। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। घर के आस-पास मच्छर मारने वाली दवा का छिडकाव करवाएं। अस्पतालों में उपचार की पूरी व्यवस्था है किसी भी तरह का बुखार आने पर तत्काल चिकित्सालय में जाकर चिकित्सक की सलाह पर पूर्ण जांच-उपचार लें।
सीएमएचओ ने बताया कि शहरी क्षेत्र में प्रत्येक वार्डवाइज टीमें गठित की गई हैं जिसमें एएनएम, आषा सहयोगिनी एवं अन्य नर्सिंग स्टाफ लगाया गया है।
जिले में एंटी लार्वा गतिविधियां जारी हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए एंटी लार्वा गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि एंटी लार्वा गतिविधियां करते हुए विभाग की 241 टीमों ने 1 से 21 अगस्त तक 192165 घरों का सर्वे किया, जिनमें से 1189 घरों में लार्वा पाया गया। कुल 113602 कंटेनर की जांच की गई। 1401 कंटेनर में लार्वा पाए गए। सभी 1401 कंटेनर्स को टीम द्वारा उपचारित किया गया। 2725 में टेमीफोस दवा डाली गई। 4 जगह फोगिंग व 2886 बुखार रोगियों की ब्लड स्लाइड बनाई गई।
एंटी लार्वा गतिविधियां, एंटी एडल्ट, सोर्स रिडक्शन और आईईसी गतिविधियां व पेम्पलेट का वितरण किया जा रहा है।


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