शाहपुरा|बुधवार को बाल व महिला चेतना समिति, सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा कुंवार गांव के ग्रामीणों की उपस्थिति में शाहपुरा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में डायन हिंसा की पीड़िता दिलाने के लिए प्रदर्शन किया गया।
संस्था की अध्यक्ष तारा अहलूवालिया ने बताया कि रायला थाने क्षेत्र के बिजयपुर गांव में छत पर नहाती हुई महिला को डायन कहकर अमानवीय तरीके से मारपीट की गई। मारपीट में पीड़िता की आंख पर गंभीर चोट एवम् हाथ में दो फ्रेक्चर हो गए। पूरी घटना का एक ग्रामीण द्वारा वीडियो बनाया गया। रायला पुलिस को घटना की जानकारी होने के बाद भी एफआईआर दर्ज करने में विलंब किया। घटना के सबूत मिटाने के लिए दबाव बनाया एवम् कार्यवाही में लिपापोती की।
इस बात से आक्रोशित पीड़िता के परिवार व ग्रामीणों द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक शाहपुरा कार्यालय में प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा गया।
इस दौरान पीड़िता ने कहा कि पुलिस द्वारा मेरे मामले को डायन हिंसा की माकूल धाराओं में दर्ज नहीं किया तथा इस घटना ने मेरे जीवन को नर्क बना दिया है और घटना के एक माह बाद भी मुख्य आरोपी फरार है और मेरा हर दिन डर के साए में गुजर रहा है।
अध्यक्ष तारा अहलूवालिया ने कहा कि इस तरह की घटनाओं में पुलिस द्वारा कार्यवाही में लिपापोती करने से आमजन का भरोसा पुलिस प्रशासन से उठ जाता है और ऐसे अपराध होने की संभावना बढ़ जाती है। ज्ञापन में ग्रामीणों ने पीड़िता को न्याय दिलाने, मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी, पीड़िता के पुनर्वास एवम् मुआवजे की मांग की। इस दौरान संस्था के कार्यकर्ता, श्याम लाल, गरिमा पंचोली, भावना जोशी, परमेश देव, वॉलंटियर विशाल एवम् ग्रामीण कैलाश, मुकेश एवम् नारू भील उपस्थित रहे।