कुशलगढ|बडोदिया में आज मंगलवार अनंत चतुदर्शी को होगा बडोदिया के मुल नायक भगवान श्री आदिनाथ का महामस्तकाभिषेक। संघ की मीना दीदी ने बताया कि आर्यिका संघ के सानिध्य में हुई वर्ष भर के सबसे बडे महामस्तकाभिषेक की बोली लेने का सोभाग्य आदि जैन,वरूण जैन पुत्र चंद्रकांत जैन, मिठालाल जैन परिवार को मिला । जो आज चतुदर्शी को आदि जैन व वरूण जैन भगवान आदिनाथ का जलाभिषेक व शांतिधारा कर विश्व मंगल की कामना करेंगे । आयिका सुयशमति माताजी ने कहा कि बुधवार प्रात: 9 बजे मंदिर परिसर में सभी तपस्वीयों का पारणा कराया जाएगा तथा गुरूवार सुबह 9 बजे 16 उपवास करने वाले तपस्वींयों का पारणा होगा।किंचित मात्र- आकिंचन्य का अर्थ होता है मेरा कुछ भी नहीं है। घर-द्वार,धन- दौलत, बंधु-बांधव आदि यहाँ तक कि शरीर भी मेरा नहीं है,इस प्रकार का अनासक्ति भाव उत्पन्न होना उत्तम आकिंचन्य धर्म है । यह विचार आर्यिका विज्ञानमि माताजी की परम शिष्या आर्यिका सुयशमति माताजी ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए व्यक्ता किए । आर्यिका उदितमति माताजी ने कहा कि सबका त्याग करने के बाद भी उस त्याग के प्रति ममत्व रह सकता है आकिंचन्य धर्म में उस त्याग के प्रति होने वाले ममत्व का त्याग कराया जाता है । आर्यिका रजतमति माताजी ने कहा कि आत्मा के अपने गुणों के सिवाय जगत में अपनी अन्य कोई भी वस्तु नहीं है इस दृष्टि से आत्मा अकिंचन है ।