भीलवाड़ा में झुलेलाल मन्दिर में हुआ ध्वजारोहण
भीलवाड़ा के सिंधी समाज ने शुक्रवार को असुचंड पर्व के अवसर पर स्थानीय सब्जी मंडी स्थित झूलेलाल मंदिर में ध्वजारोहण समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सांसद दामोदर अग्रवाल ने भाग लिया। उनके साथ संत राजारामजी, संत किशनदासजी, महंत गोपालदासजी, संत विक्रमादित्यजी, पूर्व सभापति मधु जाजू, पार्षद ओम साईंराम और भाजपा नेत्री आरती कोगटा भी उपस्थित रहीं। इस मौके पर ध्वज फहराया गया और समाज की एकता और सेवा भाव की सराहना की गई।
कार्यक्रम के दौरान सांसद दामोदर अग्रवाल ने सिंधी समाज की सेवा भावना की प्रशंसा करते हुए कहा, “सिंधी समाज में सेवा का जज्बा सबसे अधिक है, चाहे वह समाज के अपने लोगों के लिए हो या जनकल्याण के लिए।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सिंधी समाज हमेशा परोपकार और सामाजिक उत्थान के कार्यों में अग्रणी रहता है। इसके अलावा, सांसद ने इस बात को भी रेखांकित किया कि ऐसे पर्व और आयोजन समाज में एकता और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम करते हैं।
सिंधी समाज के मीडिया प्रभारी मूलचंद बहरवानी ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पंडित नवीन शर्मा, दशरथ मेहता और बाबूलाल शर्मा द्वारा ध्वज की पूजा अर्चना से हुई। इस मौके पर भगवान झूलेलाल की प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक किया गया और विशेष श्रृंगार किया गया। भगवान झूलेलाल की स्तुति में गाए गए भजनों और पंजड़ों पर समाज के लोग भावविभोर होकर नृत्य करते दिखाई दिए। सिंधी समाज के शेवाधारी अध्यक्ष हेमनदास भोजवानी ने सपरिवार के साथ इन धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लिया और फूलों की वर्षा के बीच श्रद्धालुओं के साथ नृत्य किया।
कार्यक्रम का एक और मुख्य आकर्षण पोस्टर प्रतियोगिता रही, जिसमें समाज के युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर सिंधी समाज की पारंपरिक संस्कृति और धार्मिक आस्थाओं को सशक्त करने पर बल दिया गया। समारोह के अंत में महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। इसके बाद पल्लव अरदास की गई और प्रसादी वितरण किया गया। पूरे कार्यक्रम के दौरान भक्तों में भारी उत्साह देखने को मिला। महाआरती के समय मंदिर परिसर में भक्तगण भगवान झूलेलाल की स्तुति करते हुए भक्तिभाव में डूबे रहे।
इस अवसर पर समाज के प्रमुख व्यक्तियों में घनश्याम मोतियानी, गुलशन विधानी, अशोक गोपलानी, कमल हेमनानी, सुरेश भोजवानी, घनश्याम शामनानी, किशोर लखवानी, तुलसी सखरानी, राजू मेन्घानी और अन्य कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। साथ ही, रमेश आड़वानी ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। इन आयोजनों में भगत टेऊं राम, मंघा राम, ओम बाबानी, पार्षद प्रतिनिधि किशोर लखवानी, शेरू निहालानी, गुलशन विधानी, मनोज भोजवानी, वीरूमल पुरसानी, विजय निहालानी, विनोद जुरानी, भगवान नथरानी, कालू खटवानी, लक्ष्मन लखानी, परमानंद गुरनानी, हर्षिता बहरवानी, जितेंद्र हेमनानी, पलक गुरनानी, राजू छतवानी, राजू रामचंदानी, सुरेश हरलानी, कोमल भोजवानी, लालचंद पमनानी, गोपाल थानवानी, मनीष सबदानी, चाँदनी भोजवानी, मनोज गोपलानी, रोचीराम ग्वालानी, महेश मीरचंदानी, ईश्वर आसनानी, लाल चंद पमनानी, राजकुमार बालानी, मोनू कलवानी, लक्षमन भोजवानी, महेश केवलानी, गोविंद मनकानी सहित सेंकड़ों स्त्री पुरुष मौजूद रहे।
शोभायात्रा और ज्योति विसर्जन
कार्यक्रम के समापन के बाद, सेवाधारी दल बीगोद के लिए रवाना हुआ, जहां पर गोपाल दास पारवानी और लोकेश चंदनानी के नेतृत्व में सिंधी समाजजनों ने पुनः भजन और नृत्य के साथ शोभायात्रा निकाली। यह शोभायात्रा धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक थी, जिसमें भगवान झूलेलाल की स्तुति की गई और त्रिवेणी संगम में ज्योति विसर्जन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।