कुशलगढ| दिपावली का त्योहार आते ही हम रोशनी की जगमगाहट के लिए आतुर होते हैं भले ही शहरी क्षेत्रों में मोम बत्ती व इलेक्ट्रानिक जगमगाहट करले पर ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षों से चल रही परम्परा आज भी जिंदा है आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रजापत द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीपकों से धन तेरस रुप चौदस व दिपावली पर मिट्टी के बनाएं दीपकों की रोशनी से लक्ष्मी पुजन कर ग्रामीण क्षेत्रों के घरों में हर घर मिट्टी के दिपक से दीपावली पर दीए जलाकर घरों को रोशन करने की परम्परा आज भी जीवित हैं राजस्थान के बांसवाड़ा जिले सहित कुशलगढ़ नगर व उप खंड क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में पुरानी परम्परा को जीवित रख कर दिपावली पर मिट्टी के दिए जलाए जाते हैं कुशलगढ़ में प्रजापत मिट्टी के दिए बनाते।