शक्करगढ़ के श्री अमर ज्ञान निरंजनी आश्रम में रजत महोत्सव का भव्य आयोजन

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आध्यात्मिक कार्यक्रमों से सजेंगे दस दिन

शाहपुरा जिले के शक्करगढ़ स्थित श्री अमर ज्ञान निरंजनी आश्रम द्वारा संचालित श्री संकट मोचन आदर्श गोशाला की स्थापना के 25वें वर्ष के उपलक्ष्य में आगामी 25 फरवरी से 5 मार्च तक आश्रम परिसर में रजत महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर नव कुंडीय गोरक्षा सुरभि महायज्ञ, भागवत कथा, संत समागम, महाशिवरात्रि पर्व और विशाल भजन संध्या जैसे विविध आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिससे श्रद्धालु लाभान्वित होंगे।
यह आयोजन श्री संकट मोचन आदर्श गोशाला के 25 वर्षों के सेवा कार्यों का उत्सव होगा, जो गो-सेवा, धर्म और सनातन संस्कृति के प्रति आश्रम की गहरी आस्था और समर्पण को दर्शाएगा। इस निर्णय को लेकर हाल ही में आश्रम के ट्रस्ट मंडल की बैठक महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश पुरी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें महोत्सव की सभी तैयारियों को लेकर चर्चा हुई।

500 जोड़ों की चार प्रहर पूजा विशेष आकर्षण——-बैठक में महाशिवरात्रि के आयोजन को लेकर भी व्यापक चर्चा हुई। इस पवित्र पर्व पर चार प्रहर की पूजा का आयोजन 26 फरवरी को रात में होगा, जिसमें 500 जोड़ों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है। इस महाशिवरात्रि पूजा को लेकर स्थानीय भक्तों और श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है। महाशिवरात्रि के अलावा रजत महोत्सव के दौरान प्रतिदिन भागवत कथा और संत समागम के भी आयोजन होंगे, जिससे भक्तों को धर्म और अध्यात्म से जुड़ने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

श्रद्धालुओं के लिए की जा रही हैं विशेष व्यवस्थाएं——बैठक में निर्णय लिया गया कि शक्करगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के अलावा प्रदेश के विभिन्न शहरों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन, आवास और अन्य सुविधाओं की विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगी। आयोजन के सभी प्रबंध सुचारू रूप से संचालित हो सकें, इसके लिए एक आयोजन समिति का गठन किया गया है। इस समिति में भीलवाड़ा से संजय निमोदिया को अध्यक्ष, बूंदी से भंवर लाल झंवर को उपाध्यक्ष, केकड़ी से सुरेंद्र जोशी को महामंत्री और मुख्य कोषाध्यक्ष ब्रह्मचारी परमानंद चैतन्य को नियुक्त किया गया है।

आयोजन समिति के कोषाध्यक्ष के रूप में राजेंद्र फतेहपुरिया और चंद्रप्रकाश विजयवर्गीय को जिम्मेदारी दी गई है। इसके अतिरिक्त, आयोजन की संपूर्ण देखरेख की जिम्मेदारी ट्रस्ट मंडल को सौंपी गई है।

आश्रम के विकास कार्यों पर भी विचार-विमर्श—बैठक के दौरान आश्रम के विकास कार्यों पर भी चर्चा हुई, जिसमें संपूर्ण परिसर के सौंदर्यीकरण और सुविधा विस्तार पर ध्यान दिया गया। यह भी सुनिश्चित किया गया कि भक्तों को कार्यक्रम के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और आयोजन में आवश्यक सभी सुविधाओं की उपलब्धता रहे।

बैठक में ट्रस्ट मंडल के प्रमुख सदस्य रहे उपस्थित—-इस महत्वपूर्ण बैठक में आश्रम के महामंत्री ब्रह्मचारी आचार्य हंस चैतन्य, ब्रह्मचारी परमानंद चैतन्य, ब्रह्मचारी नारायण चैतन्य, ब्रह्मचारी पुष्कर चैतन्य, टी. सी. चैधरी, सुरेश चंद्र रुइया, संजय निमोदिया, जगदीश स्वरूप मेवाड़ा, पूरण कुमार कारिहा, दिनेश तोषनीवाल, शिवरतन मूंदड़ा, कन्हैया लाल यादव, नाथूलाल पंचोली, सहकार मंडल के भगवान मंडोवरा, दामोदर शाह, हेमचंद सुल्तानिया, प्रकाश शर्मा, सुशील चैधरी, और मुकेश बांगड़ सहित अन्य श्रद्धालु भी उपस्थित थे। सभी सदस्यों ने इस महोत्सव के सफल आयोजन के लिए अपने सुझाव दिए और इस कार्यक्रम को भव्यता से आयोजित करने के लिए पूरी तत्परता दिखाई।

महोत्सव के प्रति श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह—-आश्रम में रजत महोत्सव को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह का माहौल है। स्थानीय श्रद्धालु और भक्तजन इस आयोजन को सफल बनाने में योगदान देने के लिए तत्पर हैं। इस आयोजन के माध्यम से न केवल आध्यात्मिक परंपराओं का निर्वाह होगा, बल्कि गोसेवा के प्रति समाज की आस्था और जागरूकता भी बढ़ेगी।


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