बडोदिया विश्वशांति महायज्ञ में दी पूर्णाहुती
एक अर्घ्य सैनिको की सुरक्षा व दिवंगत सैनिको की मोक्ष प्राप्ती के लिए चढाया
बडोदिया| यज्ञ में पूर्णाहुति दी-श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान के समापन पर मौनु भैया के निर्दैशन में मत्रोच्चारण के साथ महायज्ञ नायक रमेश चंद्र तलाटी व प्रेमलता देवी तलाटी, यज्ञ नायक महिपाल जैन व शकुंतला देवी जैन व समस्त इन्द्र इन्द्राणी ने पूजन करने के उपरांत यज्ञ में पूर्णाहुति देकर विश्व मंगल की कामना की। इससे पूर्व प्रात:श्रीजी की शांतिधारा का सौभाग्य आशिष दोसी,मनीष दोसी पुत्र सोहनलाल दोसी परिवार ने प्राप्त किया। इस दौरान सचि इन्द्राणी शर्मिला जैन द्वारा तीर्थंकर बालक के जन्मल के बाद उसको लाना तथा अपने हाथो से सौधर्म इन्द्र राजकुमार जैन को देने का प्रसंग बताया गया। इससे पूर्व जिनेन्द्रा पूजन व आचार्य संघ की पूजन व अन्य पूजन कर पुलिस व सैनिको की सुरक्षा व दिवंगत सैनिको को मोक्ष गति की प्राप्ती के लिए सामुहिक रूप अर्घ्य चढाया गया।निकली शोभायात्रा -श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान के निष्ठापन पर श्री आदिनाथ दिगम्ब्र जैन मंदिर परिसर से आर्यिका सुयशमति माताजी, उदितमति माताजी व रजतमति माताजी के सानिध्य में भव्य शोभायात्रा निकाली गई । शोभायात्रा में रथ के सारथी बनने का सौभाग्य भुपेश,राजकुमार, धर्मेन्द्र जैन पुत्र जयन्तिलाल जैन परिवार को मिला । आठ बग्गीयों में समस्त इन्द्र इन्द्राणी व धर्म ध्वजा लिए युवा नाचते गाते गंधकुटी में श्रीजी विराजमान कर नगर भ्रमण को निकले। शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से जिन मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। स्वयंवर भींडी का मंचन-शुक्रवार रात्रि को स्वोयंंवर भींडी का मंचन किया गया । जिसमें नन्हे बच्चो ने अपने शरिर पर पोस्टर चिपकार बताया कि वह कोनसी सब्जी है तथा कंदमुल सहित सभी सब्जीयों का तिरस्कार कर श्रीफल से शादी के प्रसंग से पूर्व वैराग्य धारण हो जाना बहुत ही शानदार अभिनय के द्वारा बताया गया। प्रभावना वितरण-सौ धर्म इंद्र राजकुमार जैन व तपस्वी संयम जैन परिवार। द्वारा शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु को प्रभावना वितरण की गई । प्रारंभ में मंगलाचरण शीतल तलाटी ने किया । फुलमाला की बोली रोनक पुत्र सतीश चन्द्र खोडणिया परिवार ने ली । साथ ही मोनु भैय्या का अभिनंदन किया गया। संचालन आशिष भैय्या तलाटी ने किया ।