पीएमश्री गल्र्स स्कूल में मीडिया साक्षरता कार्यशाला का आयोजन

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डिजिटल युग में सूचनाएं तेजी से फैलती, ऐसे में सही जानकारी का चयन बेहद अहम : पेसवानी

शाहपुरा-पेसवानी। पीएमश्री वीमाकं राबाउमावि (गल्र्स स्कूल) शाहपुरा में शनिवार को पीएम श्री की गतिविधि नागरिकता कौशल संवैधानिक मूल्य एवं भारत की जानकारी के अंतर्गत मीडिया साक्षरता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
शाहपुरा थाना प्रभारी माया बैरवा, पत्रकार चांदमल मुंदड़ा, राजेंद्र पाराशर, रामप्रकाश काबरा व मूलचन्द पेसवानी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां शारदे के दीप प्रज्जवलन माल्यार्पण एवं वंदना के द्वारा की गई। छात्राओं द्वारा स्वागत गान एवं नाट्य की प्रस्तुति दी गई। इंदिरा जैन ने सभी का स्वागत किया। एसएचओ माया बैरवा ने नेतृत्व क्षमता व महिलाओं की सुरक्षा पर बनाए गए कानून की जानकारी दी एवं पोक्सो एक्ट से संबंधित घटनाओं पर किस प्रकार एक्शन लिया जाता है उस पर जानकारी दी एवं हेल्पलाइन नंबर भी छात्रों को बताएं। उन्होंने गुड टच एंड बैड टच की जानकारी भी दी। इससे पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम में छात्रा योग्यता शर्मा ने राजस्थानी नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी। राधिका गुर्जर एवं ग्रुप ने राजस्थानी लोक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। छात्रा नेहा मीणा ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय पर अपना रोल प्ले प्रस्तुत किया।
मीडिया साक्षरता कार्यशाला में आज छात्राओं को समाचार लेखन व विज्ञापन एवं सोशल मीडिया पोस्ट की आलोचनात्मक रूप से विश्लेषण करने का तरीका सिखाया गया। सोशल मीडिया को प्रभावशाली बनाने के लिए किस प्रकार जिम्मेदारी पूर्वक काम करना चाहिए इस पर भी चर्चा की गई।
मुख्य वक्ता के रूप् में मूलचन्द पेसवानी ने मीडिया साक्षरता की बुनियादी जानकारी और इसकी जरूरत के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में जहां सूचनाएं तेजी से फैलती हैं, वहां सही जानकारी का चयन करना बेहद अहम है। गलत सूचना के तेजी से फैलने के प्रभाव को समझाते हुए, वक्ताओं ने वास्तविक उदाहरणों को साझा किया, जिससे छात्राओं को इस समस्या की गंभीरता का एहसास हुआ।

पेसवानी ने कहा कि पत्रकारिता जगत की विभिन्न चुनौतियों से निपटने के लिए अकादमिक ज्ञान के साथ व्यावहारिक कौशल की उपयोगिता पर बल देते हुए कहा कि यह समय की मांग है कि हम शिक्षा को अनुप्रयोगात्मक बनाएं। उन्होंने फोटो कैप्शन, समाचार शीर्षक, आमुख, ऑफ रिकॉर्ड, फॉलोअप, एक्सक्लूसिव स्टोरी और फीचर लेखन के विभिन्न व्यावहारिक पक्षों की जानकारी छात्राओं के साथ साझा की। उन्होंने छात्राओं को न्यूज रिपोर्टिंग के विभिन्न प्रकारों और समाचारों के चयन, समाचार पुनर्लेखन आदि का व्यावहारिक एवं प्रयोगात्मक प्रशिक्षण दिया। किस प्रकार घटनाओं, कार्यक्रमों की खबरों का प्रकाशन अखबार में किया जाता है और उसके लिए क्या-क्या तैयारी की जाती है इसकी विस्तृत जानकारी मूलचन्द पेसवानी द्वारा छात्राओं को दी। चांदमल मूंदड़ा ने छात्राओं को पत्रकारिता के विषय में सटीक जानकारी दी कि किस प्रकार पत्रकारिता या यह लोकतंत्र का चैथा स्तंभ के रूप में काम करता है। उन्होंने समाचार प्रकाशन की प्रिंटिंग प्रेस, रेडियो स्टेशनों फिल्म स्टूडियो का भ्रमण करके किस प्रकार छात्राएं विभिन्न जानकारी प्राप्त कर सकती है इसके बारे में विस्तृत जानकारी करवाई गई। भीलवाड़ा में सभी प्रकार के अखबार छपते हैं ,सभी तरह के स्टूडियो कार्यरत है। वहां ले जाकर भी छात्राओं को इसका विस्तृत जानकारी करवाई जा सकती है। राम प्रकाश काबरा ने बच्चों को किस प्रकार पत्रकार काम करते हैं कार्य शैली आदि पर प्रकाश डाला। राजेंद्र पाराशर ने पत्रकारिता के विषय में विस्तृत जानकारी दी।
विद्यालय की संस्था प्रधान रीता धोबी ने कार्यक्रम में पीएम श्री योजना अंतर्गत चलाई जाने वाली सारी गतिविधियों की विस्तृत जानकारी करवाई और किस तरह उसमें हर महीने गतिविधि करवाई जाती है इस पर भी प्रकाश डाला। उसके बजट एवं तैयारी संबंधी जानकारी भी दी । इसके पश्चात नागरिकता कौशल संवैधानिक मूल्य एवं भारत का ज्ञान के अंतर्गत माक् संसद, पार्लियामेंट, छात्र संसद, मतदान का महत्व इस पर छात्राओं ने मॉक पोल का सुंदर संजीव प्रस्तुतीकरण किया। किस प्रकार वोटिंग की जाती है इसका प्रस्तुतीकरण किया गया। कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली छात्रों को पुरस्कार देकर अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। मतदान के महत्व के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में पीयूष गदिया ,राजश्री फतेहपुरिया, सुनीता व्यास, गुल अप्सा, माया कोली, पूनम टेलर, शिव प्रसाद शर्मा, सुरेंद्र बारेठ, सौभागमाल मीणा, तबस्सुम खान, उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन इंदिरा जैन ने किया।
कार्यक्रम के दौरान, छात्रों ने अपने विचार साझा किए और सवाल पूछे। जिसका जवाब देते हुए मूलचन्द पेसवानी ने बताया कि सही जानकारी और टूल्स के माध्यम से कोई भी व्यक्ति फैक्ट-चेकिंग कर सकता है। उन्होंने छात्रों को सोशल मीडिया पर साझा की जाने वाली हर खबर की जांच करने के लिए प्रेरित किया।
वर्कशॉप के अंत में, भविष्य में मिस-इन्फॉर्मेशन से बचाव को लेकर छात्रों को कुछ उपयोगी टिप्स दिए गए। वक्ताओं ने कहा कि हमें हमेशा किसी भी सूचना को संदर्भ में देखना चाहिए और संदिग्ध लिंक और हेडलाइन से बचना चाहिए। इस दौरान जब भी कोई खबर अजीब या अविश्वसनीय लगे, तो उसकी पूरी जांच करनी चाहिए।


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