पेंशन सत्यापन 96.77 प्रतिशत पहुंचने पर जताया संतोष
डीग 2 दिसंबर – जिला कलेक्टर डीग उत्सव कौशल ने सोमवार को जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली।
इस दौरान कलेक्टर ने जिले में पेंशन सत्यापन का प्रतिशत 96.77 पहुंचने पर संतोष जताया। उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र में 97.95% पेंशन सत्यापन किया गया है और ग्रामीण क्षेत्र में 96.64% लाभार्थियों का सत्यापन हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में सबसे अधिक पेंशन सत्यापन 98.21% डीग ब्लॉक का है ।वहीं सभी उपखंडों में से सबसे कम 91.91% सीकरी में रहा। शहरी क्षेत्रों में कुम्हेर में सबसे ज्यादा 99.85% लाभार्थियों का सत्यापन किया गया। जिला कलेक्टर कौशल ने शेष बचे लाभार्थियों का जल्द से जल्द सत्यापन कर शत प्रतिशत पेंशन सत्यापन करने के निर्देश दिए है। साथ ही पालनहार योजना और पेंशन सत्यापन का लाभ अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया कि वे जिले में उपखंड वार कैंप लगाकर आमजन को जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करें।पेंशन सत्यापन 2025 की प्रक्रिया भी 1 नवंबर, 2024 से जिले में शुरू कर दी गई है। कलेक्टर की फटकार के बाद महज 1 माह में लगभग 50% प्रतिशत पेंशनर्स का सत्यापन किया जा चुका है। उम्मीद है ये आंकड़ा आगामी माह में ओर बेहतर होगा। पालनहार योजना में 96.99% प्रतिशत बच्चों का पालनहार नवीनीकरण हो चुका हैं। शेष बचे पालनहार परिवारों को बच्चों के पालनहार रिनीवल के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। सबसे अधिक 533 पालनहार रिनीवल डीग में किया जाना बाकी है। उल्लेखनीय है कि पालनहार योजना के तहत अनाथ बच्चों को उसके नजदीकी रिश्तेदार के पास पालन-पोषण के लिए रखा जाता है, पालन-पौषण के लिए राज्य सरकार प्रतिमाह 1500 रुपये से लेकर 2500 रुपये तक की राशि बच्चों की आर्थिक सहायता के लिए प्रदान करती हैं। इसके साथ ही साल भर में एक बार बच्चें को स्ट्रेशनरी, स्वेटर, जूता, मोजे, कपड़ा आदि चीजों के लिए 2000 रुपये की राशि अलग से दिया जाता हैं। राज्य सरकार के द्वारा इस योजना को चालू करने से राज्य के अनाथ बच्चों को अच्छी शिक्षा, रहने के लिए घर, कपड़े जैसी चीजों में बहुत ही मदद मिली हैं। पालनहार योजना को प्रत्येक वर्ष रिन्यु करवाया जाता हैं।