मानवीय मूल्यों को संरक्षित करने वाली शिक्षा देने की जरूरत- महामण्डलेश्वर जगदीशपुरीजी
शाहपुरा नेशनल हाइवे 148 डी पर कल्याणपुरा में आलोक सैंट्रल सैकेंडरी स्कूल के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण सोमवार को शक्करगढ के महामण्डलेश्वर जगदीशपुरीजी महाराज ने फीता खोल कर किया। महामण्डलेश्वर ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का आगाज किया। उन्होंने नये स्कूल वाहन का भी लोकार्पण किया।
शाहपुरा के कवि दिनेश शर्मा बंटी के संचालन एवं प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री हरिमोहन शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि महामण्डलेश्वर जगदीशपुरीजी महाराज, सीबीईओ द्वारका प्रसाद पारीक, सरपंच भगवतसिंह राणावत, शिक्षाविद रमेशचंद्र गालरिया, अमरचंद न्याति, देवेंद्र व्यास, देवेंद्र बेली की मोजूदगी में स्कूल संचालक विरेंद्र व्यास ने सभी का स्वागत करते हुए अब तक के 12 वर्ष का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि आज तक सभी विद्यार्थी प्रथम या द्वितीय श्रेणी से ही उत्र्तीण हुए है।
इस मौके पर आयोजित समारोह में शक्करगढ के महामण्डलेश्वर जगदीशपुरीजी महाराज ने कहा कि आज मानवीय मूल्यों को संरक्षित करने वाली शिक्षा देने की जरूरत है। सुसंस्कारित समाज की स्थापना के लिए सनातन काल से चली आ रही गुरूकुल व वैदिक शिक्षा पद्वति से विद्यार्थियों को जोड़कर ही उनको राष्ट्र निर्माण के कार्य में लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज कैरियर की भागमभाग में विद्यार्थी व अभिभावक पाश्चात्य संस्कृति से ओतप्रोत शिक्षा की ओर आकर्षित हो रहे है। उन्होंने आलोक सैंट्रल सैकेंडरी स्कूल के शिक्षा परिणाम की तारीफ करते हुए कहा कि अब नूतन भवन निश्चित रूप से ओर अधिक उत्साह का केंद्र बन सकेगा। यहां विद्यार्थियों को मिलने वाली शिक्षा से वो राष्ट्र के प्रहरी बन सकेगें।
समारोह में स्कूल शिक्षा परिवार के प्रांतीय पदाधिकारी सीपी डिडवानियां, राजीव जैन सहित अन्य पदाधिकारियों के अलावा स्कूल परिवार से जुड़े कुछ लोगों का महामंडलेश्वर ने सम्मान किया।
Moolchand Peswani