प्रयागराज।स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता से शंकरगढ़ में फर्जी पैथलॉजी लैब का कारोबार खूब फलफूल रहा है। क्षेत्र में संचालित हो रहे अवैध पैथोलॉजी सेंटरों से जो धड़ल्ले से अपना अवैध धंधा चल रहे हैं और जिम्मेदार अपनी तिजोरी भरने में मदमस्त हैं। जिम्मेदारों को अनैतिक कार्य गांधी युक्त चश्मे से दिखाई नहीं देते कुछ पंजीकृत कुछ बिना पंजीकृत चलने वाले पैथोलॉजी में बिना डिग्री डिप्लोमा के बैठे लोग मरीजों की तमाम तरह की जांच रिपोर्ट बना रहे हैं और इसके एवज में मनमाना शुल्क वसूल रहे हैं। अगर पंजीकृत है भी तो कितने डिप्लोमा होल्डर जांच के लिए बैठे हैं।शंकरगढ़ ब्लॉक के सामने से लेकर शंकरगढ़ क्षेत्र के हर गली मोहल्ले क्लीनिक व नर्सिंग होम के आसपास मधुमक्खी के छत्ते की तरह उपजे पैथोलॉजी लैबों में जहां एक तरफ मरीजों का आर्थिक शोषण होता है, वहीं उनके द्वारा किए गए जांच की गलत रिपोर्ट होने से मरीजों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। केवल नगर में दर्जनभर से अधिक पैथोलॉजी लैब संचालित हो रहे हैं शंकरगढ़ में ऐसे पैथोलॉजी लैबों की संख्या काफी अधिक हैं। केवल सदर बाजार में ही दर्जनों फर्जी लैब संचालित हैं वही कुछ ऐसे भी पैथोलॉजी लैब भी चल रहे हैं जिनलैबों में नौसिखिए खून निकाल कर जांच कर रहे हैं और रिपोर्ट भी बनाकर दे दे रहे हैं। इतना ही नहीं उस रिपोर्ट पर किसी डॉक्टर का हस्ताक्षर ले लेते हैं। ये डॉक्टर कौन होता है कोई नहीं जानता। सभी की रिपोर्ट में किसी न किसी डॉक्टर का हस्ताक्षर रहता है। जबकि ऐसे कई जांच हैं जो सिर्फ एमडी (पैथोलॉजी) ही कर सकते हैं।
अब देखने वाली बात यह होगी कि अवैध तरीके से फल फूल रहे पैथोलॉजी लैब पर विभागीय आला अफसरों का चाबुक चलता हैअथवा ऐसे ही विभाग मौन स्वीकृति देकर अपनी जेब गर्म करता रहेगा और अवैध रूप से संचालित हो रहे अवैध पैथोलॉजी लैब आम जनमानस का शोषण कर मालामाल होते रहेंगे जो अपने आप में बड़ा और अहम सवाल है।