रानी रंगा देवी जौहर स्मृति एंव प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित
सवाई माधोपुर 25 जून। श्रीराजपूत करणी सेना द्वारा 25 जून को रानी रंगा देवी जौहर स्मृति एंव प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत एंव नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने शिरकत की। कार्यक्रम के दौरान राजपूत समाज की 100 प्रतिभाओं को प्रतीक चिन्ह एंव प्रस्सति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के तहत राजपूत करणी सेना द्वारा हम्मीर सर्किल से राजपूत छात्रावास तक भव्य जुलूस निकाला गया। जिसमें ऊंट, घोड़े, पालकी, रथ सहित बड़ी संख्या में चैपहिया एंव दुपहिया वाहनों पर सवार करणी सेना के पदाधिकारियों एंव कार्यक्रताओं सहित कार्यक्रम में शामिल होने आए राजपूत समाज के लोग शामिल रहे। करणी सेना का जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ मुख्य कार्यक्रम स्थल राजपूत छात्रावास पहुँचा।
समारोह के दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजपूत करणी सेना की यह पहल इतिहास के संरक्षण में मिल का पत्थर साबित होंगी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देश मे राजपूत समाज का इतिहास तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है, इतिहास से जिस तरह छेड़छाड़ की गई है, महाराणा प्रताप की बजाय अकबर को महान बताया गया है ऐसे में हमें हमारे इतिहास को संरक्षण करने की आवश्यकता है और इस कार्य को करणी सेना बखूबी कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि पहले सत्ता तलवार के दम पर मिलती थी, राजा महाराजा सर काटकर सत्ता हासिल करते थे। लेकिन अब देश मे प्रजातंत्र है और इस प्रजातंत्र में सत्ता सर गिनकर हांसिल होती है, राजपूत समाज को एक जुट होकर अपने इतिहास को बचाने और संरक्षित करने के साथ ही अपनी आने वाली पीढ़ी को भी इतिहास से रूबरू कराने की आवश्यकता है।
राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिलाप सिंह मकराना ने कहा कि रणथंभौर की रानी रंगा देवी ने आक्रान्ताओं से बचने के लिए 12 हजार रानियों एंव राजपूत स्त्रीयों के साथ देश का पहला जौहर किया था। श्रीराजपूत करणी सेना इस तरह के इतिहास को संरक्षित करने के लिए संकल्पबद्ध है और इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी भावी पीढ़ी को इतिहास से रूबरू कराने का कार्य कर रही है। इस दौरान उन्होंने सवाई माधोपुर में रानी रंगा देवी की स्मृति में उनकी प्रतिमा स्थापित करने की मांग भी केंद्रीय मंत्री से की।
कार्यक्रम में राजपूत करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष भँवर सिंह, राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सिंह खिजूरी, जिलाध्यक्ष रविन्द्र सिंह चितारा, हेमन्त सिंह चितारा, विक्की बना सपोटरा, देवेंद्र सिंह, गब्बर बना, पुष्पेन्द्र पाल, दीपू पुसोदा, कर्ण प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में करणी सेना के पदाधिकारी, कार्यकर्ता एंव राजपूत समाज के महिला पुरुष शामिल रहे।